केरल राज्य अपने रिच कल्चर और बेहतरीन नेचुरल टूरिस्ट स्पॉट्स के कारण पूरे भारत में फेमस है और यहां दुनिया के कोने कोने से लोग घूमने के लिए आते हैं। ऐसे में यहां के लोगों को यहां का कल्चर जितना पसंद आता है, उससे कहीं ज्यादा यहां के लोगों की सोच और उनका व्यवहार पसंद आता है। इसके पीछे का कारण है यहां रहने वाले मेहनती और पर्यावरण के प्रति जागरूक लोग। अधिकतर केरल को समुद्री तटों से जोड़कर देखा जाता है लेकिन, केरल में इन बीचों के अलावा बहुत से केले के बागान, नारियल के पेड़ और हाथी भी मौजूद हैं। जो यहां की संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। अगर केरल की बात हो और गजराज का जिक्र ना हो तो केरल का किस्सा अधूरा माना जाएगा। ऐसे में अगर आप केरल घूमने के लिए जा रहे हैं तो आप किसी ऐसी जगह घूमने जरूर जाएं जहां पर आप हाथियों को देख सके और फाइव कलर्स आफ ट्रैवल के इस ब्लॉग में हम आपको बताने वाले हैं केरल के एक ऐसे नेशनल पार्क के बारे में जहां जाकर आप केरल के हाथियों को देख पाएंगे और उनकी सवारी भी कर पाएंगे।

क्यों प्रसिद्ध है पेरियार नेशनल पार्क (Why is Periyar National Park famous)?
पेरियार नेशनल पार्क 350 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ एक ऐसा नेशनल पार्क है जो हाथियों और बाघों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। पेरियार नेशनल पार्क को दो नदियों का पानी उपलब्ध होता है। जिसमें से पहली नदी का नाम है पेरियार और दूसरी नदी का नाम है पांबा। यह नेशनल पार्क 1934 में नीली कक्कांपेट्टी गेम सेंचुरी के नाम से स्थापित किया गया था। इस नेशनल पार्क का नाम 1950 में बदलकर पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी रखा गया। इस पार्क के देखरेख का काम डिपार्मेंट आफ फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ केरल और साथ ही गवर्नमेंट आफ इंडिया द्वारा संभाला जाता है।
अगर बात करें यहां मिलने वाले पेड़ों के बारे में तो यहां आपको आम, जामुन, इमली, अंजीर, किनो, बाँस, चंदन और लाल चंदन जैसे पेड़ देखने को मिलेंगे।
इस पार्क में स्तनधारियों की 35 प्रजातियां, पक्षियों की 265 प्रजातियां, सरीसृपों की 45 प्रजातियां, मछलियों की 40 प्रजातियां और कीड़े तितलियों की 160 प्रजातियां पाई जाती हैं।

कैसे पहुंचे पेरियार नेशनल पार्क (How to reach Periyar National Park)?
पेरियार नेशनल पार्क आना बहुत हीं आसान है, क्योंकि यहां तक बाय रोड बहुत अच्छी कनेक्टिविटी मिल जाती है। अगर आप आसपास के शहरों से आ रहे हैं तो आप बहुत ही आसानी से बस के जरिए पेरियार नेशनल पार्क तक पहुंच सकते हैं। वहीं अगर आप हवाई मार्ग से आना चाहते हैं तो मदुरै एयरपोर्ट आ सकते हैं। जहाँ से इस पार्क की दुरी लगभग 140 किलोमीटर है। पार्क से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कोट्टायम है जो 110 किमी दूर है। पेरियार सभी प्रमुख शहरों से रोड मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा है।

पेरियार नेशनल पार्क आने का सबसे सही समय (Best time to visit Periyar National Park):
अगर आप पेरियार नेशनल पार्क आ रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि कहीं भी जाने से पहले वहां के मौसम का पता जरूर लगा ले। क्योंकि मौसम अगर अनुकूल न हो तो आपके ट्रिप का मजा किरकिरा हो सकता है। ऐसे में अगर आप पेरियार नेशनल पार्क आ रहे हैं तो आप यह सुनिश्चित करें कि आप अक्टूबर से मार्च तक के समय में जा रहे हैं। क्योंकि उसे समय यहां का टेंपरेचर सबसे ज्यादा सूटेबल होता है। आप बहुत हीं आराम से नेशनल पार्क में घूम पाएंगे। इस समय ना तो आपको बहुत ज्यादा गर्मी सताएगी ना ही बारिश के कारण आपकी जीप रास्ते में फंसेगी। आप बहुत ही अच्छे से इस समय वाइल्डलाइफ को इंजॉय कर सकते हैं।










