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Sunder Nursery – Delhi’s Heritage Park

Sunder Nursery: सुंदर नर्सरी- इतिहास और कुदरत का सुंदर मिलन

Five colors of Travel

भागते-दौड़ते शहरों के लोगों को सबसे ज्यादा कमी अगर किसी चीज की खलती है, तो वो है प्राकृतिक सौंदर्य की। अगर आप किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं तो समझ लीजिये आपकी तलाश आज मुक्कमल हुई। क्योंकि आज हम आपको रू-ब-रू करवाएंगे ऐसी ही एक बेहद खास जगह- सुंदर नर्सरी से। जिसके बारे में भले ही आपने कम सुना होगा या पढ़ा होगा लेकिन यहाँ आने के बाद आप महसूस करेंगे की ये शानदार जगह किसी जन्नत से कम नहीं।(Sunder Nursery)

दुनिया की 100 बेहतरीन जगहों में दिल्ली की सुंदर नर्सरी

हुमायूं टॉम्ब के ठीक सामने स्थित ये नर्सरी एक नर्सरी के साथ-साथ बायोडायवर्सिटी पार्क, एक ऐतिहासिक विरासत और गार्डन भी है। आप यहाँ 40 रुपये की टिकट लेकर प्रवेश कर सकते हैं। नाम से समझ आता है ये सिर्फ एक गार्डन भर है पर अंदर जाने पर मालूम हुआ यहां तो बहुत कुछ है। परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने और नेचर के करीब जाने के लिए ये जगह बिल्कुल परफेक्ट है। टाइम्स मैगज़ीन ने 2018 के अपने सर्वे में सुंदर नर्सरी (Sunder Nursery) को 100 सर्वश्रेष्ठ घूमने लायक जगहों में शामिल किया है।

 

इस नर्सरी का हर ज़र्रा-ज़र्रा इसके बदलाव की तस्वीरों की गवाही देता है। दरअसल ये जगह लगभग पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी थी। आर्किलोजिकल डिपार्टमेंट के मार्गदर्शन में इस जगह पर पुनर्निर्माण कार्य शुरू किया गया। नतीजा आज ये नर्सरी देखने के लिहाज़ से बेहद खूबसूरत लगती है। मुग़ल आर्किटेचर और बाग-बगीचों से सजी ये नर्सरी लगभग 90 एकड़ में फैली हुई है। एंट्री गेट पर नक्शा देखकर ये तो समझ आ गया था कि आज पैरों की अच्छी-खासी कसरत होने वाली है। आप भी यहां आएं तब ये माइंड सेट करके आएं की खूब सारा पैदल चलना पड़ेगा तभी इसकी नायाब खूबसूरती के दीदार कर पाएंगे।(Sunder Nursery)

अंदर घुसते ही सबसे पहले एक मकबरा नजर आया। छानबीन से मालूम हुआ ये सुंदर बुर्ज़ है। इस मकबरे की अंदरूनी खूबसूरती का बखान करना मुश्किल है। 16वीं सदी की इस मुगलकालीन इमारत के अंदरूनी हिस्सें में सफेद चूना पत्थर से सजावट की गई है। पूरा मकबरा कुरान की आयतों से सजा है। इस बेहतरीन मकबरें के दीदार से सफर की शुरुआत कुछ ज्यादा ही रोमांचित लगने लगी। खास बात ये थी जगह-जगह इस पूरी नर्सरी की बदलती तस्वीरों को दिखाया गया था। जो इस खूबसूरत क्षेत्र की हर कहानी को दिखाने के लिए जरूरी भी है।

लक्कड़वाड़ा बुर्ज

चलते-चलते झील के सुंदर नज़ारे भी आराम से देखने मिल रहे थे। यकीन मानिये आपका मन ऐसी खूबसूरती देख उत्साहित हुए बिना रह ही नहीं सकता। कुदरत की ये बेहतरीन नक्काशी किसी कागज पर उतारना कई बार किसी लेखक के बस में भी नहीं होती। रास्ते में एक और ऐतिहासिक विरासत दिखी। ये था 16वीं सदी का लक्कड़वाड़ा बुर्ज। इस बुर्ज की खासियत ये है कि इसे 2017 में इसकी बनावटी खूबसूरती को देखते हुए विश्व विरासत घोषित किया गया। सामने की ओर से ये पूरा बुर्ज गुलाब बाग से सुसज्जित है।

इस नर्सरी में जगह-जगह पेड़ों की कई प्रजातियां मौजूद है। हर पेड़ पर उसका नाम देख कर आप उसकी प्रजाति का पता आसानी से लगा सकते हैं। साथ ही साथ यहां पक्षियों की लगभग 80 प्रजातियां संरक्षित हैं। घूमते हुए रास्ते भर तरह-तरह के पक्षियों की आवाज़ें सुनाई दे रहीं थी। यहां ये फैसला करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है कि अगली जगह कौन-सी देखी जाए।

शानदार पिकनिक स्पॉट

चलते हुए एक और खास जगह दिखाई दी जिससे मन आनंदित हो गया। बांस के पेड़ों की ओंट में ठीक झील के सामने एक कैफ़े दिखा। सोचिए कुदरत की गोद में बैठ कर लंच का मज़ा ही कुछ और होगा। इसके दूसरी तरफ ठीक सामने फूलों से भरी रंगीन नर्सरी थी। ऐसे में प्रेमी जोड़े और उनके खिलखिलाते चेहरे देख कर नजारा और भी हसीन लगने लगा। जगह-जगह बच्चों के लिए प्लेइंग जोन मिल जाएंगे। न केवल युवाओं के लिए बल्कि परिवार और बच्चों के साथ भी यहां आ के आपका दिन बन सकता है।(Sunder Nursery)

सुन्दरवाला महल

बाहर निकलते हुए एक और महल पर नजर पड़ी। ये था सुन्दरवाला महल। जगह-जगह गार्डन और मकबरों का ऐसा मेल आपको बोरियत का एहसास तो बिल्कुल नहीं होने देगा। इस महल में कब्रगाह के चारों तरफ आठ कमरे बने हैं। जो इसे चौकोर मकबरे का आकार देता है। इस महल की हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी थी जिसे पुनर्निर्माण के जरिये ठीक किया गया। इसके ठीक सामने एक भूमिगत रंगमंच भी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों में इसका उपयोग किया जाता है।

सफर में आगे बढ़ते हुए तरफ-तरह के पक्षियों और फूलों को देखना लुभाता है। रास्ते में छोटे-छोटे कॉफी पॉइंट नजारों को और भी ज्यादा आकर्षक बना देते हैं। अंतिम पड़ाव में एक और ऐतिहासिक इमारत पर नज़र पड़ी। ये था मिर्जा मुजफ्फर हुसैन का मकबरा। बादशाह अकबर के दामाद का ये मकबरा एक दुर्लभ ढांचा है। इसके अंदर कब्र है जिसे आठ कमरों से घेरा हुआ है। महीन सजावट और आयतों से सजा ये मकबरा देखने के लिहाज से बेहद खास है। इसकी सुंदरता मोहित करती है। (Sunder Nursery)

क्यों जाएँ सुन्दर नर्सरी?    Five Reasons to Visit This Place –

1.आप चाहें तो यहाँ घंटों व्यतीत कर सकते हैं क्योंकि इस जगह बोर होने का तो सवाल ही नहीं उठता।

2. जिन प्रकृति प्रेमियों को नई-नई जगह देखने का शौक हो उनके लिए सुन्दर नर्सरी एक उम्दा विकल्प है

3. वैसे आप यहाँ किसी भी समय आ सकते हैं लेकिन फिर भी जब मौसम थोड़ा ठंडा हो तब यहां आना बेहतर रहता है।

4. यहाँ स्थित झील, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ओपन एयर थिएटर, भव्य मकबरें और महल आपको प्रकृति और इतिहास दोनों का अहसास कराएंगे।

5. दिल्ली में क्वालिटी टाइम बिताने के लिए यह बेहद शानदार जगह है। 

 

फ़िलहाल हमारा ये सफर तो यहीं खत्म हुआ पर हम फिर मिलेंगे किसी नए सफर पर।

 

Written & Research – Nikki Rai
Edited by Pardeep Kumar

 

some glimpse of Sunder Nursery Garden……

 

final-4

Hello! I Pardeep Kumar

मुख्यतः मैं एक मीडिया शिक्षक हूँ, लेकिन हमेशा कुछ नया और रचनात्मक करने की फ़िराक में रहता हूं।

लम्बे सफर पर चलते-चलते बीच राह किसी ढ़ाबे पर कड़क चाय पीने की तलब हमेशा मुझे ज़िंदा बनाये रखती
है।

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