दोस्तों, वैसे तो शिमला को किसी तरह के इंट्रोडक्शन की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। शिमला को “क्वीन ऑफ़ हिल्स ” भी कहा जाता है। शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी और राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है।
आओ इतिहास को जानें
जब भी पहाड़ों पर छुट्टी बिताने की बात आती है तो शिमला हमेशा लोगों के दिमाग में रहता है। ब्रटिश काल में इस शहर को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था। शिमला भारतीयों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों के लिए भी एक फेमस टूरिस्ट प्लेस है। शिमला के बारे में एक और इंटरेस्टिंग फैक्ट है कि शिमला-कालका रेलवे लाइन यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल है और दुनिया भर के पर्यटकों को अट्रैक्ट करती है। बेजोड़ इंजिनियरिंग का चमत्कार यह रेलवे लाइन लगभग 806 पुलों और 103 सुरंगों को पार करते हुए तकरीबन 96 किमी की दूरी तय करती है। मैक्सिमम ऊंचाई पर स्थित इस रेलवे लाइन को गिनीज बुक ऑफ रिकॉड्स में भी शामिल किया गया है।

यदि आप शिमला की यात्रा पर विचार कर रहे है तो मार्च से जून तक का समय यहाँ की यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। क्योंकि इस समय यहाँ का मौसम मैदानी इलाकों की तुलना में कूल रहता है।
शिमला भारत के सभी बड़े शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से इसकी दूरी लगभग 342 किलोमीटर है। शानदार हाईवे से होते हुए आप आसानी से यहाँ पहुँच सकते हैं।
हमें दिल्ली से यहाँ तक पहुँचने में लगभग नौ घंटे लगे।

थोड़ी तैयारी से जाना

क्योंकि शिमला में घूमने की जगह यहाँ के फेमस मॉल रोड से होती है इसलिए हमने सबसे पहले अपनी गाड़ी पार्क की, नीचे लिफ्ट के पास बनी पार्किंग में। यहाँ पर पार्किंग मिलना पूरी तरह आपकी किस्मत पर डिपेंड करता है। अगर निगम पार्किंग फुल मिले तो यहाँ पर प्राइवेट पार्किंग वाले पीक सीजन में तीन सौ रुपए से लेकर पांच सौ तक चार्ज करते हैं। क्योंकि आप ऊपर मॉल रोड तक अपनी गाड़ी नहीं ले जा सकते इसलिए प्रशासन द्वारा लिफ्ट की व्यवस्था की गई है। ताकि आप आसानी से मॉल रोड तक जा सके। लिफ्ट से मॉल रोड तक जाने के लिए सिर्फ दस रुपए प्रति व्यक्ति टिकट लगती है।
मॉल रोड
लिफ्ट से आप सीधे मॉल रोड पर पहुँच जाते हो।

अगर आप ख़रीददारी के शौकीन है तो आपके लिए मॉल रोड सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यहां पर आप हिमाचली शॉल, वुडेन आइटम्स और ऊनी वस्त्रों की शॉपिंग कर सकते हैं। इसके अलावा यहां पर बहुत सारे शॉपिंग सेंटर और अच्छे रेस्त्रां है जहां आप अपनी फॅमिली या फ्रेंड्स के साथ अच्छा समय बिता सकते है। यहां केवल इमरजेंसी व्हीकल्स को ही चलने की अनुमति है। शाम के वक़्त मॉल-रोड पर मोमोज़, आईस्क्रीम वगैरह के तमाम स्टॉल लग जाते हैं। यानी यहां आप घूमते-फिरते स्ट्रीट-फूड्स को एंजॉय कर सकते हैं। यहां के शानदार कैफे में काफ़ी पीने का भी अपना ही आनंद है।
रिज

मॉल रोड़ से थोड़ा आगे चलने पर आप शिमला की बेहद खूबसूरत जगह रिज पर पहंच जाओगे। वास्तव में यह स्थान शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए प्रमुख स्थानों में से एक है। यहां पर ओपन प्लेस है जहां से पर्वत श्रंखलाओं का मनोरम और अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है। बड़ी संख्या में पर्यटक इस मनोरम दृश्य को देखने आते है।
क्राइस्ट चर्च शिमला

यहीं रिज मैदान पर आपको उत्तर भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च दिखाई देगा जो आज भी अपनी ख़ूबसूरती से शिमला आने वाले पर्यटकों को खूब लुभाता है। ब्रिटिश शासनकाल में बना यह चर्च आज भी शिमला की शान बना हुआ है। वर्ष 1857 में नियो गोथिक आर्ट में बना यह चर्च एंग्लीकेन ब्रिटिशन कम्युनिटी के लिए बनाया गया था जिसे उस समय सिमला कहते थे।


इस क्राइस्ट चर्च को कर्नल जेटी बोयलियो ने 1844 में डिजाइन किया था। लेकिन इसका निर्माण करीबन 13 साल बाद 1857 में शुरू किया गया। इसके उपर लगी बड़ी घड़ी 1860 में कर्नल डमबेल्टन ने दान की थी। ईसाई धर्म के विश्वास, उम्मीद, परोपकार, धैर्य, विनम्रता की प्रतीक चर्च में पांच बड़ी खिड़कियां लगी है जो कीमती कांच से बनाई गई हैं।
देश विदेश से शिमला आने वाले लाखों सैलानी इस चर्च में जाना नहीं भूलते हैं। चर्च के अंदर जाकर आप शांति से प्रार्थना कर सकते हैं। यहां आने वाले सैलानी चर्च के सामने फोटो भी खिंचवाते हैं।
शिमला समर फेस्टिवल

हमारी शिमला ट्रिप में इस बार किस्मत से हमें शिमला समर फेस्टिवल देखने को मिला। पूरे रिज मैदान को अच्छे से सजाया गया था। शिमला समर फेस्टिवल हर साल बहुत उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है। हमें रिज पर खाने पीने के अलग-अलग तरह के स्टॉल भी दिखाई दिए। साथ ही आप यहाँ से कपड़ों की शॉपिंग भी कर सकते हो। हमने इस समर फेस्टिवल को खूब एन्जॉय किया।

लक्कड़ बाजार शिमला

जैसा कि नाम से ही पता चलता है, शिमला के लक्कड़ बाजार में लकड़ी से बनी हुई चीजें मिलती हैं। अगर आप टूरिस्ट हैं और कहीं बाहर से शिमला घूमने आये हैं और यादगार के रूप में यहां से कुछ टिकाऊ चीज ले जाना चाहते हैं तो लक्कड़ बाजार में आपको बहुत सारे अल्टेरनेट मिल जायेंगे। इसके अलावा आप यहां शिमला के लोकल फ़ूड का आनंद भी उठा सकते हैं। लक्कड़ बाजार शिमला रिज के बिलकुल करीब ही स्थित है।

कैसे पहुंचे?
शिमला पर्यटकों के लिए मनपसंद जगहों में से एक है। यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य और पहाड़ों के बीच बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। शिमला भारत के अन्य शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
दिल्ली से इसकी दूरी लगभग 342 किमी है।

हवाई मार्ग– शिमला एयरपोर्ट जूब्बड़हट्टी में स्थित है जो शिमला से लगभग 23 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से सार्वजनिक परिवहन कैब लेकर आप अपने गंतव्य तक जा सकते है। यह केवल दिल्ली की उड़ाने से जुड़ा है और पास में सबसे बड़ा हवाई अड्डा चंडीगढ़ में स्थित है जो चंडीगढ़ से शिमला के बीच की दूरी लगभग 116 किमी की दूरी पर है। चंडीगढ़ एयरपोर्ट से आपको सार्वजनिक परिवहन के माध्यम जैसे बस या कैब से आप अपने आगे की यात्रा कर सकते है।

रेल मार्ग– शिमला का सबसे नज़दीकी स्टेशन कालका है जो शिमला से लगभग 90 किमी की दूरी पर स्थित है। कालका स्टेशन के जरिए शिमला भारत के अन्य बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा कालका और शिमला के बीच टॉय ट्रेन चलती है जो नैरो गेज लाइन है। कालका से शिमला जाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प टॉय ट्रेन है। यदि आप एक यादगार सफर की तलाश में है तो आपको इस ट्रेन की सवारी करनी चाहिए, इस ट्रेन से आपको लगभग 4-5 घंटे लग जाएंगे।

सड़क मार्ग– शिमला सड़क मार्ग द्वारा भारत के बाकी शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां जाने के लिए दिल्ली, चंडीगढ़ और भी बड़े शहरों से सीधी बस सेवा उपलब्ध है इसके अलावा आप खुद ड्राइव करके या टैक्सी भी कर सकते है।