Best Hindi Travel Blog -Five Colors of Travel

माणा- भारत का पहला गाँव, बस यहीं देखने को मिलती है सरस्वती नदी

माणा गाँव की प्रमुख खासियतें

यह गाँव समुद्र तल से लगभग 3,200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह बद्रीनाथ धाम से मात्र 3-4 किलोमीटर दूर है। चीन की सीमा से इसकी दूरी लगभग 24 किमी है। माणा गाँव के लोग भोटिया जनजाति के हैं। वे ऊनी वस्त्र, कालीन और पारंपरिक हर्बल उत्पाद बनाते हैं। हस्तनिर्मित ऊनी वस्त्र और शॉल पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं।

धार्मिक और पौराणिक महत्व

Mana Village, Uttarakhand

महाभारत से जुड़ी कई कथाएं यहाँ से जुड़ी हैं। माना जाता है कि पांडव स्वर्गारोहण से पहले यहीं से होकर गए थे।

भीम पुल – एक विशाल पत्थर का पुल जिसे भीम ने द्रौपदी के लिए बनाया था, यह बहुत प्रसिद्ध है।

व्यास गुफा – यहाँ कहा जाता है कि वेदव्यास जी ने महाभारत की रचना की थी।

गणेश गुफा – गणेश जी ने यहाँ महाभारत को लिखा था, जबकि वेदव्यास बोलते जा रहे थे।

सरस्वती नदी का उद्गम स्थल

यहाँ सरस्वती नदी की एक धारा दिखाई देती है, जो बाद में लुप्त हो जाती है। इसे देखना एक आध्यात्मिक और भौगोलिक रोमांच है। कहते हैं यह भारत की एक मात्र ऐसी जगह है, जहां सरस्वती नदी देखने को मिलती है।

Mana Village, Uttarakhand

पर्यटकों को क्यों जाना चाहिए माणा गाँव?

कैसे पहुँचें माणा गाँव:

  • निकटतम शहर: जोशीमठ
  • निकटतम रेलवे स्टेशन: ऋषिकेश (लगभग 270 किमी)
  • निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट (देहरादून)
  • बद्रीनाथ से दूरी: लगभग 3-4 किमी (सड़क मार्ग से)

माणा गाँव सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं है, यह धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक अनुभवों का अनोखा संगम है। ट्रेवल लवर्स को जीवन में एक बार इस गाँव की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!