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धरती आबा बिरसा मुंडा की इस जयंती पर क्यों घूमना चाहिए? रांची का बिरसा मुंडा बायोलॉजिकल पार्क!

कहां है यह पार्क और क्यों खास है?

बिरसा मुंडा पार्क

इतिहास और इसका महत्व

यह पार्क 26 जनवरी 1994 को स्थापित किया गया था, और इसका नाम झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रखा गया। बिरसा मुंडा को झारखंड में धरती आबा कहा जाता है यानी भूमि के पिता। उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ उलगुलान नामक आंदोलन चलाकर आदिवासियों को अपने अधिकारों के लिए जागरूक किया था। उनके साहस और बलिदान की याद में इस पार्क की स्थापना की गई ताकि लोग प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ें और बिरसा के विचारों को समझें। बिरसा जयंती के अवसर पर यहां विशेष कार्यक्रम, सांस्कृतिक प्रदर्शन और पर्यावरण जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस दिन यह पार्क रोशनी और लोकनृत्य से भर उठता है, जो इसे घूमने के लिए बेहद खास बनाता है।

बिरसा मुंडा पार्क

क्या-क्या देखने लायक है?

बिरसा मुंडा बायोलॉजिकल पार्क में करीब 100 से अधिक पशु-पक्षी और सरीसृपों कीप्रजातियां हैं। यहां शेर, तेंदुआ, भालू, हिरण, मगरमच्छ, लोमड़ी, सांप, बंदर, मोर,तोते और उल्लू जैसे कई जीवों को प्राकृतिक माहौल में देखा जा सकता है। यहां का बटरफ्लाई पार्क बच्चों और फोटोग्राफी प्रेमियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इसके अलावा एक आकर्षक एक्वेरियम ज़ोन भी है जिसमें मछलियों की अलग-अलग किस्में दिखाई जाती हैं। पार्क में कई नेचर ट्रेल्सहैं जिन पर चलते हुए आप चारों ओर की हरियाली और पक्षियों की आवाज़ का आनंद ले सकते हैं। यहां इको-हट्स भी हैं जहां बैठकर परिवार या दोस्तों के साथ पिकनिक मनाई जा सकती है। गर्मी में यह पार्क ठंडी हवा और हरियाली के बीच सुकून का एहसास कराता है, जबकि सर्दियों में यह पिकनिक स्पॉट के रूप में सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहता है।

बिरसा मुंडा पार्क

कैसे पहुंचे और कब जाएं?

रांची रेलवे स्टेशन से पार्क की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है, जबकि बिरसा मुंडाएयरपोर्ट से यह करीब 30 किलोमीटर दूर है। आप यहां तक टैक्सी, ऑटो, निजीवाहन या लोकल बस के ज़रिए आसानी से पहुंच सकते हैं। सड़कें सुगम और हरे पेड़ों से घिरी हैं, जिससे सफर खुद में एक छोटा एडवेंचर लगता है। पार्क का प्रवेश समय सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक होता है, और यह सोमवार को बंद रहता है। घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच माना जाता है, जब मौसम ठंडा और साफ रहता है। यहां प्रवेश शुल्क मामूली है, और पार्क के भीतर बैटरी चालित वाहन की सुविधा भी उपलब्ध है ताकि बुजुर्ग और बच्चे आराम से घूम सकें।(इसका नाम झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रखा गया।)

बिरसा मुंडा पार्क

आसपास घूमने की जगहें और यात्रा सुझाव

बिरसा मुंडा पार्क के आसपास कई आकर्षक स्थल हैं जहां आप एक ही दिन में घूम सकते हैं। इनमें हुद्रू फॉल्स, दशम फॉल्स, रॉक गार्डन, कांके डैम, टैगोर हिल, और जगन्नाथ मंदिर प्रमुख हैं। ये सभी 30–40 किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं। अगर आप परिवार या दोस्तों के साथ हैं, तो सुबह पार्क घूमकर दोपहर बाद इन जगहों की सैर कर सकते हैं। पार्क के बाहर छोटे-छोटे स्टॉल और चाय की दुकाने हैं जहां आप स्थानीय स्नैक्स जैसे लिट्टी-चोखा, आलू चॉप, और झारखंडी फिश फ्राई का स्वाद ले सकते हैं। यात्रियों के लिए सुझाव है कि हल्के कपड़े, पानी की बोतल और टोपी साथ रखें, क्योंकि पार्क काफी बड़ा है और घूमने में 3-4 घंटे लग सकते हैं। साफ-सुथरे टॉयलेट और बैठने की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह जगह सिर्फ पर्यटन का नहीं बल्कि पर्यावरण, शिक्षा और जनजातीय संस्कृति केमेल का प्रतीक है। अगर आप रांची आ रहे हैं तो बिरसा मुंडा बायोलॉजिकल पार्क को अपनी ट्रैवल बकेट लिस्ट” में ज़रूर शामिल करें!

बिरसा मुंडा पार्क

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