Sultanpur Bird Sanctuary: सुल्तानपुर नेशनल पार्क- खूबसूरत प्रवासी पक्षियों की आरामगाह
By Pardeep Kumar
नि:संदेह पक्षियों की फितरत है उड़ना और पक्षियों की तरह बेफ़िक्री से आसमान की सैर करना किसे पसंद नहीं होगा। चाहे आप प्रकृति प्रेमी हैं या नहीं, लेकिन कभी न कभी आपके मन में भी यह ख्याल अवश्य आता-जाता रहता होगा कि काश हम भी इन पक्षियों की तरह एक जगह से दूसरे जगह और एक देश से दूसरे देश में उड़ सकते।आज हम इस ब्लॉग में आपको ले चलते है पक्षियों की उस आरामगाह में जहाँ इत्मीनान से वक़्त बिताने के लिए वो सैंकड़ों हज़ारों मील उड़कर आते हैं। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के सुल्तानपुर नेशनल पार्क की जो देश भर में पक्षियों के स्वर्ग के रूप में अच्छा-खासा प्रसिद्ध है।

सुल्तानपुर नेशनल पार्क, गुड़गाँव-झज्जर हाईवे पर फर्रुखनगर के नजदीक स्थित है। दिल्ली एनसीआर में होने के कारण सुल्तानपुर नेशनल पार्क वीकेंड बिताने का एक बेहतरीन डेस्टिनेशन है। आप दिल्ली मेट्रो से यहाँ आना चाहें तो येलो लाइन से हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर पहुँच कर, वहां से कोई निजी कैब या ऑटो बुक करके आप इस खूबसूरत पक्षी विहार तक पहुँच सकते हैं।अगर आप गुड़गाँव से जाएँ तो यह लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है और दिल्ली से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर।
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सुल्तानपुर जाने का सही समय
सुल्तानपुर बर्ड सैंक्चुअरी में वैसे तो आप साल भर कभी भी आ सकते हैं। लेकिन अक्टूबर से जनवरी के बीच यहाँ आने का सबसे उपयुक्त समय रहता है। दरअसल इसी समय देश विदेश के प्रवासी पक्षी यहाँ भरी तादाद में आते हैं और कुछ महीने उनका ठहराव यहीं होता है। दिसंबर-जनवरी के महीने में अक्सर यहाँ विदेशी पक्षी आवास करते हैं।

प्रवेश टिकट
यहाँ प्रवेश करने के लिए आपको दस रुपए का टिकट लेना पड़ता है। साथ ही अगर आप फोटोग्राफी के लिए कैमरा ले जाना चाहते हैं तो उसका भी नाममात्र का चार्ज है। कार पार्किंग के लिए बेहतरीन सुविधा है। टिकट खिड़की के सामने ही आप अपनी कार पार्क कर सकते हैं।

142.52 हेक्टेयर में फैले इस बर्ड सैंक्चुअरी में आपको जन्नत-सी एक अलग ही दुनिया दिखाई देगी। प्रकृति प्रेमियों के लिए तो यहाँ सब कुछ है। इस नेशनल पार्क में थोड़ा अंदर चलते ही आपको मिलेगी पानी से लबालब झील, जिनके किनारे पेड़ों पर सुन्दर और दुर्लभ पक्षियों की अनेक प्रजातियां दिखाई देती हैं। देसी-विदेशी पक्षियों के अलावा आपको यहाँ नीलगाय, गाय, हिरण, लंगूर और बन्दर जैसे अन्य जीव जंतु भी दिखाई देंगे। जो यहाँ के माहौल को एक अलग ही रंग रुप प्रदान करते हैं।

प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां
पेलिकन, साइबेरियाई सारस, काले पंखों वाला स्टिल्ट, जलकाग, कॉमन ग्रीनशैंक्स, कुरजां आदि कुछ ऐसे प्रमुख प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां हैं जो सर्दियों के मौसम में इस नेशनल पार्क में आपको अवश्य मिल जायेंगे। क्योंकि हम अभी नवंबर महीने के अंत में इस पार्क में गए तो हमें साइबेरियाई सारस की प्रजाति दिखाई दी।

झील के ऊपर लम्बी उड़ान भरता दिखने में बाज़ और चील जैसा विशालकाय यह पक्षी बेहद सुन्दर और आकर्षक लगता है।



आप जैसे ही इस पार्क के बीचो-बीच बनी सुन्दर सी झील के पास पहुँचते हैं आपको पक्षियों के चहचहाने की मधुर आवाज़ सुनाई देगी। देश विदेश के इन दुर्लभ पक्षियों के जमावड़े व अठखेलियों से नेशनल पार्क की खूबसूरती में चार चाँद लग जाते हैं। यहाँ आकर आपके मन को एक अलग ही सुकून का अनुभव होगा। दरअसल नवंबर दिसंबर के महीनों में झील के चारों और लगे पेड़ों पर फलों की तरह लदे ये पक्षी आपकी नज़रों को एक पल के लिए भी इधर उधर नहीं होने देंगे। वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर्स के लिए तो यह जगह जैसे कुदरत का एक नायाब तोहफा है। किस पल उनके कैमरे में कौन-सा दुर्लभ पक्षी कैद हो जाये कह नहीं सकते।


बेहद सिस्टेमेटिक ढंग से बना नेशनल पार्क
आपको बता दें सुल्तानपुर को 1972 में ‘वाटर बर्ड रिर्जव’ के रूप में घोषित किया गया। जुलाई 1991 में वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत नेशनल पार्क का दर्जा दिया गया। इस बर्ड सैंक्चुअरी को बेहद सिस्टेमेटिक ढंग से बनाया गया है।

यहाँ पर बहुत सारी झाडि़याँ, घास के मैदान और बहुत अधिक संख्या में बोगनवेलिया सहित अलग -अलग किस्म के पेड़ पौधे हैं। प्रकृति की खूबसूरती और पक्षी विहार की गरिमा को बरक़रार रखते हुए अभ्यारण्य में काफ़ी अच्छी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इस नेशनल पार्क के अलग-अलग कोनों पर पक्षियों की खूबसूरती को अच्छी तरह से निहारने के लिए चार वाच टावर बनाये गए हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए यहाँ दूरबीन भी उपलब्ध हैं, जिसका प्रयोग करके आप दूर पेड़ों पर बैठे या झील में तैरते हुए पक्षियों को आसानी से देख सकते हैं।


आप जैसे ही टिकट लेकर गेट से अंदर प्रवेश करते हैं सबसे पहले आपको दिखाई देता है इंटरप्रटेशन सेंटर। जहाँ आप पक्षियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जहाँ आपको चिड़िया और मोर जैसे पक्षियों के खूबसूरत स्टेचू दिखाई देंगे। जो एक बार अवश्य ही आपको यहाँ एक गेस्ट हाउस और जंगल विश्राम घर की भी व्यवस्था है, साथ ही खाने और जलपान के लिए छोटा-सा रेस्टोरेंट भी है।

तो सोचिये मत, निकल पड़िये सुल्तानपुर नेशनल पार्क की और क्योंकि सर्दियों का समय आ चुका है और यह वही समय है जब प्रवासी पक्षियों का यहाँ शानदार जमघट लगना शुरू हो जाता है। जितनी ज्यादा सर्दी उतने सुन्दर पक्षी देखने का अवसर।
Glimpse of Sultanpur National Park……

















