Sukhna Lake-चंडीगढ़ की मशहूर झील
by Pardeep Kumar
दोस्तों, आज इस ब्लॉग में हम आपको बताने वाले हैं चंडीगढ़ की मशहूर सुखना झील के बारे में। इससे पहले कि हम आज के सफर में आगे बढ़े, आप यह अवश्य जान लें कि इस शहर की एक नहीं, दो नहीं बल्कि कई खासियते हैं। अक्सर हम इस शहर को हिंदी पंजाबी गानों या फिल्मों में देखते हैं। जितनी खूबसूरत ये सिटी आपको स्क्रीन पर दिखाई जाती है यकीन मानिए यह देखने में उससे भी कहीं ज्यादा खूबसूरत है। बेहद ही तरतीब से बसाया गया यह शहर शांत वातावरण और हरियाली के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। (Sukhna Lake)

वहीं शिवालिक रेंज की तलहटी में सुंदर सुखना झील प्रकृति के साथ एक शांत, क्वालिटी टाइम स्पेंड करने और वॉटर राइड्स जैसे एडवेंचर्स के लिए एक बेस्ट डेस्टिनेशन है। सुखना झील एक मानव निर्मित झील है जिसे 1958 में ले कोर्बुसीयर और पी एल वर्मा द्वारा निर्मित किया गया था। कॉर्बूसियर ने सोचा था कि शहर के निवासी इसे ‘शरीर और आत्मा की देखभाल’ के लिए आकर्षित करेंगे। चंडीगढ़ शहर के योजनाकार इस झील से गहराई से जुड़े हुए थे।

सुखना झील चंडीगढ़ में 3 वर्ग किलोमीटर में फैली वर्षा आधारित झील है। सन 1958 में शिवालिक पहाड़ियों से नीचे आने वाली मौसमी धारा सुखना चो को बांधकर बनाई गई थी। मूल रूप से मौसमी प्रवाह सीधे झील में प्रवेश करता है जिससे भारी गाद निकलती है। गाद के प्रवाह को रोकने के लिए जलग्रहण क्षेत्र में लगभग 25.42 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया और 1974 में, चो को मोड़ दिया गया और झील को पूरी तरह से बाय-पास कर दिया गया।
जब भी आप अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ सुखना झील आयेंगे तो झील के किनारे क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते है।
अद्भुद नजारें और वाटर एक्टिविटीज
झील में बोट राइड एक्टिविटीज के अलावा आप शिकारा की सवारी भी एन्जॉय कर सकते है। यदि आप डेली की बिजी और थकान भरी लाइफ से दूर कुछ समय अपनी फैमली के साथ रिलेक्स करते हुए स्पेंड करना चाहते हैं तो आपको पूरे एक दिन के लिए सुखना लेक जरूर आना चाहिए। यकीन मानिये सुखना लेक चंडीगढ़ का शांतिप्रिय वातावरण, अद्भुद नजारें और यहाँ की वाटर एक्टिविटीज आपको तरो ताजा कर देंगी।

कैफेटेरिया की सुविधाएं
बता दे झील के पास एक फेमस केफे भी है जिसे सिटको कैफेटेरिया के रूप में जाना जाता है जिसमें इनडोर और आउटडोर दोनों बैठने की जगह है। जहाँ आप अपने फ्रेंड्स के साथ कॉफ़ी, चाय या ब्रेक फ़ास्ट कर सकते है। झील के आसपास के क्षेत्र में भी छोटे क्यूरियस खरीदने के लिए स्मारिका दुकानें हैं यहाँ शोपिंग करके आप अपनी ट्रिप को मेमोरिबल बना सकते है। अगर आप इस झील पर ज्यादा कुछ करना नहीं चाहते’ तो बस एक काम कीजिये इसके किनारे पर बैठकर सूर्यास्त का मज़ा लीजिये।

झील के दक्षिण में एक गोल्फ कोर्स और इसके पश्चिम में प्रसिद्ध रॉक गार्डन है। झील के बाहर पर्यटकों को ऊंट की सवारी भी कराई जाती है, यदि आपने अभी तक की ऊंट की सवारी नही की हैं तो आप यहाँ ऊंट की सवारी का अनुभव भी ले सकते है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यदि आप पूरे 1 दिन की ट्रिप पर हैं तो सूर्यास्त होने तक यहाँ जरूर रुकें क्योंकि सूर्यास्त के अद्भुद और अविस्मरणीय नजारों के साथ अपनी ट्रिप खत्म करने से बेहतर कुछ हो ही नही सकता है।
एंट्री शुल्क
आपको बता दें कि यहां एंट्री करने का कोई भी शुल्क नहीं है उसके पश्चात आप यदि बोटिंग करना चाहते हैं या कुछ खाना पीना चाहते हैं तो उसके लिए आपको काउंटर पर जाकर एक कार्ड बनवाना होगा जिसका इस्तेमाल आप हर दुकान पर हर चीज के लिए कर सकते हैं।

किस समय जाएँ
सुखना झील घूमने के लिए आप किसी भी समय जा सकते हैं गर्मियों में ठंडी हवा खाने और सर्दियों में खिली-खिली धूप का आनंद लेने आप यहां पहुंच सकते हैं, यहां जाने का सबसे उचित समय सूर्योदय और सूर्यास्त का है क्योंकि दिन की गर्मी में यहां ज्यादा देर घूम पाना काफी मुश्किल है।


सुखना झील कैसे पहुंचे
हवाई अड्डा शहर से 11 किमी दूर है। हवाई अड्डे के स्थानांतरण के लिए टैक्सी उपलब्ध हैं। इंडियन एयरलाइंस, जेट एयरवेज और एयर डेक्कन चंडीगढ़ को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से जोड़ता है।चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से रेल द्वारा जुड़ा हुआ है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन सेक्टर 17 में शहर के केंद्र से 8 किलोमीटर दूर है। चंडीगढ़ सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और लगभग हर बड़े और छोटे शहरों से यहां के लिए बस आती जाती रहती है।









