राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। ऐसे में देश के अलग-अलग भागों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आना चाह रहे हैं और इस समय अयोध्या शहर में भारी मात्रा में भीड़ इकट्ठा हो रही है। 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भक्तों को रामलला के दर्शन (Ayodhya Darshan) करने का शुभ अवसर प्राप्त हो रहा है। इसलिए भक्तजन आतुर हैं और दर्शन के लिए ललायित हैं।
आस्था स्पेशल ट्रेनें स्थगित (Aastha special trains postponed)
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश के अलग-अलग भागों से आस्था स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाना था। सभी ट्रेनें शुक्रवार को अयोध्या पहुंचने वाली थीं। लेकिन इन सभी ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। हालांकि कुछ समय बाद सामान्य हो जाने पर इन ट्रेनों का परिचालन फिर से प्रारंभ हो जाएगा। लेकिन तब तक के लिए ये ट्रेनें स्थगित कर दी गई हैं।
श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या है कारण (Reason behind this is large number of devotees) बताया जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन से ही अयोध्या में काफी भारी मात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आ रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की इस बड़ी भीड़ को संभालना प्रशासन के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हीं सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है कि अयोध्या जाने वाली सभी ‘आस्था स्पेशल’ ट्रेनें कुछ दिनों के लिए स्थगित की जाएगी। स्थिति के सामान्य होने के बाद इन ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
पहले दिन हीं आए 5 लाख श्रद्धालु (5 lakh devotees came on the first day itself) आपको बता दें कि रामलला के दर्शन के लिए पहले हीं दिन अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या लगभग 5 लाख से भी ऊपर बताई जा रही है। ऐसे में इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना प्रशासन के लिए एक बड़ा सिर दर्द बन गया है। भक्तगण पुलिस बैरिकेट्स को तोड़कर अंदर जाकर दर्शन करने के लिए आतुर हो रहे हैं। ऐसे में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए यह फैसला लिया गया है। यह फैसला भक्त जनों के हित में भी है। भीड़ कम होने पर भक्त भी बहुत हीं आराम से दर्शन और पूजा कर पाएंगे।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। ऐसे में देश के अलग-अलग भागों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आना चाह रहे हैं। अगर आप भी अयोध्या आना चाहते हैं और अभी तक आपने कोई प्लानिंग नहीं की है तो यह ब्लॉग आपके लिए ही है। फाइव कलर्स ऑफ ट्रेवल के इस ब्लॉग में हम आपको अयोध्या घूमने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। जो आपके इस टूर को और भी ज्यादा आसान और बजट फ्रेंडली बना देगा। Tour planning for Ayodhya)
महत्वपूर्ण जानकारियां जिन्हें ध्यान में रखना आवश्यक है (Important facts you should keep in your mind) :
अगर आप शांति से पूजा अर्चना करना चाहते हैं तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप कुछ दिन इंतजार करें। क्योंकि अभी के समय में अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में आपको शांति से पूजा अर्चना करने का मौका शायद ना मिले।
इसके साथ ही उत्तर भारत में अभी भारी ठंड पड़ रही है। इस वजह से अयोध्या में भी आपको ठंड का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अगर आप अभी अयोध्या आने का सोच रहे हैं तो आप अपने साथ आवश्यक कम कपड़े रखना ना भूलें। या कोशिश करें कि अभी अयोध्या ना जाएं।
ठंड और कोहरे के कारण अभी उत्तर भारत की अधिकतर ट्रेनें या तो रद्द हो रही हैं या फिर बहुत ही स्लो चल रही हैं। ऐसे में आपको यातायात में भी बहुत से असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बेहतर है कि थोड़ा इंतजार करके, मार्च-अप्रैल के समय में अयोध्या जाया जाएं। क्योंकि उस समय यहां का मौसम भी सुहाना होता है और आप बहुत हीं आराम से बिना किसी समस्या के अयोध्या घूम पाएंगे और रामलला के दर्शन कर पाएंगे।
फ्लाइट से अयोध्या पहुंचने के लिए आप अयोध्या एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। अगर आपके शहर से डायरेक्ट फ्लाइट की उपलब्धता है तो आप डायरेक्ट फ्लाइट ले सकते हैं या फिर आप कनेक्टिंग फ्लाइट के जरिए भी आप अयोध्या पहुंच सकते हैं। अयोध्या पहुंचने का सबसे सस्ता रूट ट्रेन का है। अगर आप ट्रेन से अयोध्या आना चाहते हैं तो अयोध्या जंक्शन के लिए आप ट्रेन की बुकिंग कर सकते हैं। अयोध्या जंक्शन के लिए आपको दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, भोपाल, पटना और कोलकाता जैसे बड़े शहरों से ट्रेन की डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिल जाएगी। अगर आप बाय रोड अयोध्या आना चाहते हैं तो वह ऑप्शन भी उपलब्ध है। अयोध्या बाकी देश के बाकी शहरों से काफी अच्छे तरीके से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। यहां आप अपनी गाड़ी या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट या फिर कैब के जरिए आ सकते हैं। अयोध्या पहुंचकर वहां घूमने के लिए आप ऑटो रिक्शा या फिर कैब की सुविधा ले सकते हैं।
कितने समय की आवश्यकता होगी?(How much time will be required) : अगर आप अयोध्या आना चाहते हैं और घूमना चाहते हैं तो आप एक दिन का समय निकाल कर भी अयोध्या को बहुत हीं अच्छे से एक्सप्लोर कर लेंगे। लेकिन अगर आप ठहर कर अयोध्या घूमना चाहते हैं और हर एक जगह को बारीकी से एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए दो दिन ठहरने की आवश्यकता पड़ेगी।
मंदिर में दर्शन करने की टाइमिंग(Timings of the temple) :
आज से यानी की 23 जनवरी से अयोध्या स्थित राम मंदिर जनता के लिए खुला रहेगा। आप कभी भी यहां विजिट करने के लिए आ सकते हैं। 23 जनवरी के बाद से लोग यहां दर्शन करने और आरती सत्र में भाग लेने के लिए आ सकते हैं। हालांकि मंदिर में विजिट करने के कुछ रूल्स हैं। जैसे आप यहां अंदर प्रतिबंध वस्तुओं को नहीं ले जा सकते हैं। इन प्रतिबंधित वस्तुओं में कैमरा फोन माचिस या फिर अन्य ज्वलनशील पदार्थ लेकर नहीं जा सकते हैं। हालांकि घबराने वाली बात नहीं है। आपके इन सभी उपयोग के सामानों को मंदिर के प्रवेश द्वार के निकट बने काउंटर के एक प्राइवेट लॉकर में रखा जाएगा।
इसके अलावा मंदिर में दर्शन की टाइमिंग भी फिक्स है। आप सुबह 7:00 से 11:30 बजे तक और दोपहर के 2:00 बजे से शाम के 7:00 बजे तक दर्शन करने और आरती मे शामिल होने के लिए जा सकते हैं।
अयोध्या में घूमने लायक जगह (Visiting places in Ayodhya)
अयोध्या में राम मंदिर के अलावा घूमने के लिए और भी कई सारे पर्यटन स्थल हैं। जिनमें सरयू नदी का तट, मणि पर्वत, हनुमानगढ़, नागेश्वर नाथ मंदिर, रामकोट और कनक भवन जैसे पर्यटन स्थल प्रमुख हैं।
कहां ठहरे? (Where to stay) अयोध्या में ठहरने के लिए सबसे सस्ता ऑप्शन धर्मशाला है। जहां आप कम से कम खर्चे में ठहर सकते हैं। इसके अलावा आप को यहां सस्ते और महंगे हर प्रकार के होटल रूम्स अवेलेबल हो जाएंगे।अगर आप चाहे तो अयोध्या के नजदीक के शहर फैजाबाद में भी ठहरने का इंतजाम कर सकते हैं। इस शहर में भी बहुत सारे होटल अवेलेबल हैं। खासकर अगर आप 3 स्टार होटल में ठहरने के बारे में सोच रहे हैं तो आप फैजाबाद का रुख कर सकते हैं।
अगर घूमने का प्लान बना रहे हैं और किसी आध्यात्मिक जगह पर जाने की सोच रहे हैं तो इस समय आपके लिए अयोध्या जाना सबसे बेस्ट ऑप्शन है। क्योंकि अयोध्या में 11 नवंबर को दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 21 लाख दिए जलाए जाएंगे। फाइव कलर्स का ट्रेवल कैसे ब्लॉक में हम आपको बताने वाले हैं अयोध्या के दीपक उत्सव के बारे में।
कब मनाया जाता है दीपोत्सव (When is Deepotsav celebrated)?
अयोध्या नगरी में दीपोत्सव का आयोजन दिवाली से एक दिन पहले किया जाता है। सरयू नदी के घाटों पर दीपोत्सव के अवसर पर हजारों लाखों की संख्या में दिए जलाए जाते हैं। पिछले कुछ सालों से यहां दीपोत्सव के अवसर पर लेजर शो का भी आयोजन किया जाने लगा है, जो दीपोत्सव के खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करता है। दीपोत्सव के लिए सिर्फ अयोध्या के लोग ही नहीं बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों में भी काफी उत्साह होता है।
क्यों है खास इस बार का दीपोत्सव (Why is this time’s festival of lights special)?
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और इसकी तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। अगले साल की शुरुआत में ही राम मंदिर का लोकार्पण किया जाएगा। ऐसे में मंदिर के लोकार्पण से पहले मंदिर में रामलाल की पौड़ी पर उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस अवसर पर अयोध्या के 51 घाटों पर 21 लाख दिए जलाए जाएंगे। जिसकी तैयारियां जोरो से चल रही है।
टूटेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड!
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और तैयारी अपने अंतिम पड़ाव पर है। 11 नवंबर को राम मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी। या यूँ कहे कि रामलला को गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा। ऐसे में अयोध्या नगरी एक बार फिर दीपों से जगमगाएगी। अगर आप इस समय अयोध्या आएंगे तो आपको अयोध्या एक अलग ही रंग में रंगी हुई दिखेगी। आपको बता दे कि अयोध्या में हर साल दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है। पिछले साल भी अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन हुआ था। जिसमें 17 लाख दिए जलाए गए थे और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था। इस बार 21 लाख दिए जलाकर पिछले साल के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा जाएगा। साथ ही साथ यहां लेजर लाइट शो का भी भव्य आयोजन किया जाएगा।
आज के समय में आस्था और भक्ति लोगों के लिए, अपनी जिंदगी से स्ट्रेस को कम करने का सबसे आसान माध्यम बन गया है। आस्तिक लोगों को तो मंदिर जाना पसंद होता ही है, लेकिन आजकल लोग इस भागदौड़ की जिंदगी से शांति के लिए भी मंदिरों का रुख कर रहे हैं। अगर आप भी भारत के ऐतिहासिक मंदिरों के दर्शन करना चाहते हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए ही है।
इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे आईआरसीटीसी (IRCTC) के एक पैकेज पुण्य क्षेत्र यात्रा (Punya Kshetra Yatra) के बारे में। जिसकी मदद से आप एक ही बार में अयोध्या, वाराणसी, गया, कोणार्क, प्रयागराज, पुरी और वाराणसी की यात्रा कर सकते हैं।
आईआरसीटीसी का यह पैकेज (IRCTC Package) टूर (tour) 9 दिन और 8 रातों का होगा।
जिसमें आपको पुरी, कोणार्क, गया, वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज की यात्रा करवाई जायेगी।
इस टूर पैकेज के स्टार्टिंग की डेट 26 जुलाई 2023 है।
यह यात्रा सिकंदराबाद से शुरू होगी और लौटकर फिर सिकंदराबाद में ही खत्म होगी।
क्या होगा टिकट प्राइस? (what will be the price of ticket?) :
अगर बात करें इस टूर पैकेज के बजट की तो यह टूर पैकेज आपके लिए काफी बजट में होने वाला है। क्योंकि इसकी इकोनाॅमी क्लास के टिकट की कीमत ₹15075 है। स्टैंडर्ड क्लास की टिकट ₹23875 की है। और कंफर्ट क्लास की टिकट ₹31260 है। बच्चों के लिए टिकट की प्राइस इकोनॉमी क्लास में ₹14,070 है, स्टैंडर्ड क्लास में ₹22,695 है और कंफर्ट क्लास में ₹29,845 रुपये हैं।
यह होंगे इस यात्रा के प्रमुख पड़ाव (visiting destinations of this travel tour) :
पुरी: भगवान जगन्नाथ मंदिर।
कोणार्क: सूर्य मंदिर और बीच(beach)।
गया: विष्णु पद मंदिर।
वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा कॉरिडोर, काशी विशालाक्षी, अन्नपूर्णा देवी मंदिर और शाम की गंगा आरती।
अयोध्या: राम जन्म भूमि, हनुमानगढ़ी और सरयू नदी पर आरती।
प्रयागराज: त्रिवेणी संगम, हनुमान मंदिर और शंकर मंडपम।
पैकेज में शामिल सुविधाएं (package includes) :
ट्रेन यात्रा नाइट स्टे और लोकल ट्रांसपोर्टेशन की फीस पैकेज में इंक्लूड होगी। सुबह की चाय, नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का खाना पैकेज में इंक्लूड होगा। लेकिन यह सब शाकाहारी होगा। इस यात्रा के समय ट्रेन में आपकी सिक्योरिटी की जिम्मेदारी भी ली जाएगी। इस पैकेज में आईआरसीटीसी का टूर मैनेजर आपके साथ होगा जो सफर के दौरान आपको गाइड करेगा। इस पैकेज में ट्रांसपोर्टेशन संबंधित हर तरह के टैक्स इंक्लूड होंगे।
यह नहीं होगा शामिल (package exclusion):
किसी भी स्मारक का एंट्री फीस वोटिंग फीस एडवेंचरस स्पोर्ट्स के टिकट की फीस इस पैकेज में शामिल नहीं होगा। खाना का मैन्यू पहले से ही डिसाइडेड है अलग से कुछ खाने के लिए आपको खुद पे करना होगा। रूम सर्विस का प्राइस इंक्लूडेड नहीं है। अगर आप अलग से गाइड को बुक करते हैं तो उसको पे भी आपको खुद ही करना होगा। इस ट्रैवलिंग के दौरान अगर आप किसी को टिप देना चाहते हैं तो वह आपको खुद के जेब से देना होगा। इस सफर में अगर आप कुछ भी एक्स्ट्रा चीज करते हैं तो उसके लिए आपको खुद ही पे करना होगा।