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आईआरसीटीसी अप्रैल में लेकर आया है मध्य प्रदेश के लिए एक नया टूर पैकेज

IRCTC Package for MP (Madhya Pradesh)

मध्य प्रदेश हमेशा से ही पर्यटकों को आकर्षित करने वाला एक बहुत हीं बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। क्योंकि यहां हर तरह के टूरिज्म ऑप्शंस मौजूद हैं। यहां इतिहासकारों को लुभाने वाले खजुराहो के मंदिर भी हैं तो वहीं हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए ज्योतिर्लिंग भी हैं। यहां वाइल्डलाइफ भी है और यहां पंचमढ़ी की खूबसूरत पहाड़ियां भी हैं। ऐसे में आईआरसीटीसी द्वारा मध्य प्रदेश के लिए कई तरह के टूर पैकेज को लॉन्च किया जाता है। इस बार आईआरसीटीसी ने मध्य प्रदेश के लिए रिलिजियस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए महेश्वर, ओंकारेश्वर और उज्जैन शहर के हिसाब से टूर पैकेज तैयार किया है। आइए इस टूर पैकेज के बारे में और भी गहराई से जानते हैं।

आइये जानते है आईआरसीटीसी के इस पैकेज के बारें में

  • इस टूर का नाम है ‘मध्य प्रदेश महा दर्शन’ (MADHYA PRADESH MAHA DARSHAN)।
  • यह पैकेज पांच दिनों और चार रातों का होगा।
  • इस पैकेज के तहत आप उज्जैन, ओंकारेश्वर और महेश्वर की यात्रा करेंगे।
  • इस टूर की शुरुआती तारीख 3 अप्रैल 2024 है।
  • इस यात्रा के पहले दिन आप हैदराबाद से इंदौर की ओर रवाना होंगे।
  • इस यात्रा के अंतिम दिन आप इंदौर से हैदराबाद वापस आएंगे।

कुछ ऐसा होगा आपका टूर प्लानर (Your tour planner will be something like this)

पहला दिन

पहले दिन दोपहर में हैदराबाद के राजीव गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Rajiv Gandhi International Airport) से उड़ान भरकर इंदौर एयरपोर्ट (Indore Airport) पहुंचेंगे। इंदौर एयरपोर्ट से आप उज्जैन की ओर प्रस्थान करेंगे। उज्जैन पहुंचकर होटल में चेक इन करेंगे। रात्रि भोजन और विश्राम होटल में ही करना होगा।

दूसरा दिन

अगले दिन सुबह नाश्ते के बाद उज्जैन के मंदिरों (हरसिद्धि माता मंदिर, सांदीपनि आश्रम, मंगलनाथ मंदिर, चिंतामन गणेश मंदिर) के दर्शन करेंगे। शाम में अपने पैसों से महाकालेश्वर टेम्पल में महाकाल के दर्शन करने जायेंगे। शाम में होटल वापस आ जाएंगे। होटल में रात्रि भोजन और विश्राम करेंगे।

तीसरा दिन

तीसरे दिन सवेरे अपने पैसों से कालभैरव टेम्पल का दौरा करेंगे। होटल वापस आकर नाश्ता करके होटल से चेक आउट करेंगे तथा महेश्वर के लिए प्रस्थान करेंगे। महेश्वर में अहिल्यादेवी किला और नर्मदा घाट का दौरा करेंगे। इसके पश्चात ओंकारेश्वर के लिए प्रस्थान करेंगे। ओंकारेश्वर पहुंचकर होटल में चेक इन करेंगे। रात्रि भोजन और विश्राम होटल में ही करेंगे।

चौथा दिन

अगले दिन सुबह होटल में नाश्ता करेंगे। नाश्ते के बाद ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान के दर्शन करेंगे। दोपहर में होटल से चेक आउट कर इंदौर के लिए प्रस्थान करेंगे। रास्ते में पीतेश्वर हनुमान मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करेंगे। इंदौर पहुंचकर होटल में चेक इन करेंगे। रात्रि भोजन और विश्राम इंदौर में ही करेंगे।

पांचवा दिन

अंतिम दिन सुबह नाश्ता कर होटल से चेकआउट करेंगे। होटल छोड़ने के बाद आप अन्नपूर्णा मंदिर और लाल बाग पैलेस का दौरा करेंगे। इसके पश्चात इंदौर एयरपोर्ट के लिए निकल जाएंगे। एयरपोर्ट पहुंचकर हैदराबाद के लिए उड़ान भरेंगे। हैदराबाद पहुंचकर आपकी यात्रा सुखद यादों के साथ समाप्त हो जाएगी।

बजट (Budget)

अगर बात करें इस पैकेज के बजट की है तो कॉस्ट पर पर्सन में, कम्फर्ट क्लास के लिए, सिंगल ऑक्यूपेंसी पर ₹29400, डबल ऑक्यूपेंसी पर ₹23600 और ट्रिपल ऑक्यूपेंसी पर 22700 रुपए आपको भुगतान करना होगा। वही चाइल्ड विथ बेड में ₹20950, चाइल्ड विथाउट बेड में ₹18900 और चाइल्ड विथ बेड में (छोटे बच्चों के लिए) 15250 रुपए पे करने होंगे।

इस पैकेज में क्या शामिल है (What is included in this package)?

  • आपको जाते वक्त हैदराबाद से इंदौर और वापसी के समय इंदौर से हैदराबाद के लिए हवाई टिकटें मिलेंगी।
  • आप इंदौर में एक रात, ओंकारेश्वर में एक रात और उज्जैन में दो रात रहेंगे।
  • इस पैकेज के तहत आपको चार बार सुबह का नाश्ता और चार बार रात का खाना मिलेगा।
  • आपको इस पैकेज के दौरान आईआरसीटीसी की एस्कॉर्ट सेवाएं भी मिलेंगी।
  • आप सभी दर्शनीय स्थलों का दौरा IRCTC द्वारा दिए गए AC बस से करेंगे।
  • इस पैकेज में आपको यात्रा बीमा भी मिलेगा।
  • उपरोक्त सेवाओं के लिए सभी प्रकार के कर लागू होंगे।

इस पैकेज में क्या शामिल नहीं है (What is not included in this package)?

  • इस पैकेज के दौरान आपको दोपहर का लंच या किसी भी अन्य प्रकार का फूड सर्विस नहीं मिलेगा।
  • दर्शनीय स्थलों के टिकट आपको खुद खरीदने होंगे।
  • यदि आप किसी भी प्रकार का स्थलीय वाहन का उपयोग तो आपको उसके लिए पे करना होगा।
  • ड्राइवरों, गाइडों और प्रतिनिधियों को यदि आप टिप देते हैं तो उसका पैसा आपको अपनी जेब से भरना होगा।
  • आप अगर किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत खर्च जैसे कपड़े धोने का खर्च, शराब, मिनरल वाटर, भोजन या फिर पेय पदार्थ का उपयोग करते हैं तो उसके लिए आपको पे करना होगा।
  • इस पैकेज के दौरान आपको टूर गाइड सर्विस आईआरसीटीसी के द्वारा नहीं प्रदान की जाएगी।

आईआरसीटीसी के साथ कीजिए मध्य प्रदेश की यात्रा

IRCTC Package for Madhya Pradesh

आइये जानते है आईआरसीटीसी के इस पैकेज के बारें में

  • इस टूर का नाम है ‘इंदौर उज्जैन मांडू एक्स दिल्ली’ (INDORE UJJAIN MANDU EX DELHI)।
  • यह पैकेज पांच दिनों और चार रातों का होगा।
  • इस पैकेज के तहत आप इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर और मांडू की यात्रा करेंगे।
  • इस टूर की शुरुआती तारीख 19 दिसंबर 2023 और 24 जनवरी 2024 है।
  • इस यात्रा के पहले दिन आप दिल्ली से इंदौर की ओर रवाना होंगे।
  • इस यात्रा के अंतिम दिन आप इंदौर से दिल्ली वापस आएंगे।

कुछ ऐसा होगा आपका टूर प्लानर (Your tour planner will be something like this)

पहला दिन
पहले दिन दोपहर में दिल्ली के इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) से उड़ान भरकर इंदौर एयरपोर्ट (Indore Airport) पहुंचेंगे। इंदौर एयरपोर्ट से आप उज्जैन की ओर प्रस्थान करेंगे। उज्जैन पहुंचकर होटल में चेक इन करेंगे। रात्रि भोजन और विश्राम होटल में ही करना होगा।

दूसरा दिन
अगले दिन सुबह महाकालेश्वर टेम्पल में दर्शन करेंगे। इसके पश्चात होटल आकर नाश्ता करेंगे तथा होटल से चेकआउट कर इंदौर के लिए प्रस्थान करेंगे। रास्ते में पित्र पर्वत पर हनुमान जी के मूर्ति के दर्शन और राजवाड़ा पैलेस का भ्रमण करने जायेंगे। इंदौर पहुंचकर होटल में चेक इन करेंगे। होटल में रात्रि भोजन और विश्राम करेंगे।

तीसरा दिन
तीसरे दिन सुबह नाश्ते के बाद ओंकारेश्वर टेम्पल और महेश्वर का दौरा करेंगे। शाम में होटल वापस आ जायेंगे। रात्रि भोजन और विश्राम इंदौर में ही करेंगे।

चौथा दिन
अगले दिन सुबह होटल में नाश्ता करेंगे। नाश्ते के बाद मांडू के लिए प्रस्थान करेंगे।रास्ते में बाबा साहेब अम्बेडकर मेमोरियल का दौरा करेंगे। मांडू पहुंचकर जहाज महल, रानी रूपमती पवेलियन और बहादुर पैलेस विजिट करेंगे। शाम में होटल वापस आ जाएंगे। रात्रि भोजन और विश्राम इंदौर में ही करेंगे।

पांचवा दिन
अंतिम दिन सुबह नाश्ता करेंगे। दोपहर में होटल से चेकआउट करेंगे। होटल छोड़ने के बाद आप इंदौर एयरपोर्ट के लिए निकल जाएंगे। इंदौर एयरपोर्ट पहुंचकर दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। दिल्ली पहुंचकर आपकी यात्रा सुखद यादों के साथ समाप्त हो जाएगी।

बजट (Budget)

अगर बात करें इस पैकेज के बजट की है तो कॉस्ट पर पर्सन में, कम्फर्ट क्लास के लिए, सिंगल ऑक्यूपेंसी पर ₹34220, डबल ऑक्यूपेंसी पर ₹28250 और ट्रिपल ऑक्यूपेंसी पर 27210 रुपए आपको भुगतान करना होगा। वही चाइल्ड विथ बेड में ₹25150, चाइल्ड विथाउट बेड में ₹22950 और चाइल्ड विथ बेड में (छोटे बच्चो के लिए) 20070 रुपए पे करने होंगे।

इस पैकेज में क्या शामिल है (What is included in this package)?

  • आपको जाते वक्त दिल्ली से इंदौर और वापसी के समय इंदौर से कोलकाता के लिए हवाई टिकटें मिलेंगी।
  • आप इंदौर और उज्जैन में चार रात रहेंगे।
  • इस पैकेज के तहत आपको चार बार सुबह का नाश्ता और चार बार रात का खाना मिलेगा।
  • आपको पर डे एक पानी की बोतल मिलेंगी।
  • आप सभी दर्शनीय स्थलों का दौरा IRCTC द्वारा दिए गए AC वाहन से करेंगे।
  • इस पैकेज में आपको यात्रा बीमा भी मिलेगा।
  • उपरोक्त सेवाओं के लिए GST कर लागू होगा।

इस पैकेज में क्या शामिल नहीं है (What is not included in this package)?

  • दर्शनीय स्थलों के टिकट आपको खुद खरीदने होंगे।
  • आपको सुबह की चाय, शाम की चाय, और दोपहर का भोजन नहीं मिलेंगा।
  • यदि आप किसी भी प्रकार का स्थलीय वाहन का उपयोग तो आपको उसके लिए पे करना होगा।
  • आप अगर किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत खर्च जैसे कपड़े धोने का खर्च, शराब, मिनरल वाटर, भोजन या फिर पेय पदार्थ का उपयोग करते हैं तो उसके लिए आपको पे करना होगा।
  • किसी भी प्रकार की सेवाएं जो इन्क्लूजन में निर्देशित नहीं है तो वे सेवाएं आपको नहीं मिलेंगी।
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Top 5 National Parks in Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है और वन क्षेत्र के आधार पर यह भारत का सबसे अधिक वन विस्तार वाला राज्य है। ऐसे में यहां नेशनल पार्क और वन्य जीव अभ्यरण्यों की संख्या भी बहुत अधिक है। वैसे तो मध्य प्रदेश में 11 नेशनल पार्क हैं, लेकिन कुछ नेशनल पार्क्स ऐसे हैं जो बहुत हीं खास और खूबसूरत हैं। फाइव कलर्स का ट्रेवल के इस ब्लॉग में हम आपको बताने वाले हैं मध्य प्रदेश के पांच प्रमुख नेशनल पार्क (5 National Parks of Madhya Pradesh) के बारे में जहां एक बार जाना तो बनता है।

  • कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park)
  • सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान (Satpura National Park)
  • बांधवगढ़ नेशनल पार्क (Bandhavgarh National Park)
  • पेंच नेशनल पार्क (Pench National Park)
  • कान्हा-किसली राष्ट्रीय उद्यान (Kanha–Kisli National Park)

1. कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park)

देश के सबसे प्रसिद्ध नेशनल पार्क में से एक कूनो नेशनल पार्क हाल में ही काफी चर्चा का विषय रहा था। यहां कुछ दिनों पहले नामीबिया से 8 चीतों को ला कर रखा गया था। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित इस नेशनल पार्क में आकर आपको एक अलग ही अनुभूति होगी। चारों ओर घने जंगल और बेफिक्र घूम रहे जंगली जानवर किसी अलग ही दुनिया का आभास करा देते हैं। यह नेशनल पार्क कूनो नदी के तट पर स्थित है। यह कह सकते हैं कि कूनो नदी यहां की जीवन रेखा है। यहां के जंगली जानवरों को गर्मी के समय सिर्फ इसी नदी का सहारा होता है। बात करें अगर इस पार्क के फैलाव की तो यह नेशनल पार्क 415 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और हजारों जानवरों का आसरा है।

कैसे पहुंचे कूनो राष्ट्रीय उद्यान (How to reach Kuno National Park)?

  • सड़क मार्ग- आप बाय रोड बहुत आसानी से कूनो नेशनल पार्क पहुंच सकते हैं।
  • रेल मार्ग- आप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन के माध्यम से भी ग्वालियर पहुंच सकते हैं।
  • हवाई मार्ग- ग्वालियर एयरपोर्ट कूनो नेशनल पार्क के सबसे नजदीक स्थित एयरपोर्ट है।

2. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान (Satpura National Park)

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान सतपुड़ा की पहाड़ियों में बसा हुआ एक नेशनल पार्क है जो मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित है। सतपुड़ा नेशनल पार्क लगभग 524 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसकी स्थापना 1981 में हुई थी। यह नेशनल पार्क एक टाइगर रिजर्व भी है तथा बोरी और पंचमढ़ी अभ्यारण्य के साथ अपनी सीमा साझा करता हैं। इसी नेशनल पार्क में धूपगढ़ चोटी (1350 मीटर) अवस्थित हैं। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में कई प्रकार के फॉउना (Fauna) निवास करते है जिनमे बाघ, तेंदुआ, सांभर, चौसिंगा, भेडकी, नीलगाय, चीतल, चिंकारा, लोमड़ी, जंगली सुअर, साही, भालू, काला हिरण, गौर, जंगली कुत्ता, उड़न गिलहरी, मूषक मृग और भारतीय विशाल गिलहरी शामिल हैं।

कैसे पहुंचे सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान (How to reach Satpura National Park)?

  • सड़क मार्ग- इस नेशनल पार्क का नजदीकी शहर पंचमढ़ी है जो अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
  • रेल मार्ग- इस नेशनल पार्क का निकटम रेलवे स्टेशन है- पिपरिया रेलवे स्टेशन जहाँ से आप टैक्सी या बस लेकर सतपुड़ा नेशनल पार्क पहुंच सकते है।
  • हवाई मार्ग- इस नेशनल पार्क का निकटम एयरपोर्ट 170 किलोमीटर दूर भोपाल में हैं।

3. बांधवगढ़ नेशनल पार्क (Bandhavgarh National Park)

मध्य प्रदेश के विंध्याचल पर्वत में स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क अपने बाघों के लिए प्रसिद्ध है। बांधवगढ़ नेशनल पार्क में इन बाघों को देखने के लिए दुनिया के अलग-अलग कोने से साल भर में लगभग 50,000 से भी ज्यादा पर्यटक आते हैं और जंगल सफारी के जरिए बाघों की खोज में निकल जाते हैं। बांधवगढ़ नेशनल पार्क लगभग 105 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस नेशनल पार्क में बाघ के अलावा कई अन्य प्रकार के स्तनधारी जीव भी पाए जाते हैं। जिनमें तेंदुआ, भेड़िया, सियार, हिरण, भालू, लंगूर, बंदर, जंगली सूअर, जंगली कुत्ते, लोथल बीयर और चीतल जैसे जीव प्रमुख है। वर्तमान समय में बांधवगढ़ नेशनल पार्क में 165 बाघ अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

कैसे पहुंचे बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान (How to reach Bandhavgarh National Park)?

  • सड़क मार्ग- आप बाय रोड बहुत आसानी से बांधवगढ़ नेशनल पार्क पहुंच सकते हैं।
  • रेल मार्ग- इस नेशनल पार्क का निकटम रेलवे स्टेशन- उमरिया रेलवे स्टेशन और कटनी रेलवे स्टेशन हैं जहाँ से आप टैक्सी या बस लेकर सतपुड़ा नेशनल पार्क पहुंच सकते है।
  • हवाई मार्ग- इस नेशनल पार्क का निकटम एयरपोर्ट 200 किलोमीटर दूर जबलपुर में हैं।

4. पेंच नेशनल पार्क (Pench National Park)

पेंच नेशनल पार्क मध्य प्रदेश का एक प्रमुख नेशनल पार्क है। यह राष्ट्रीय उद्यान 758 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इस उद्यान की स्थापना 1975 में हुई थी। यहां पर पीफोल, कोपीजेन्ट, रेड जंगल फोल, रेड वेन्टेड बुलबुल, बेस्ट डबारबेट, क्रीमसन, मेंगपाई राबिन, रॉकेट टेल डोगों, व्हिस्टल टील, लेसर आदि पक्षियों की प्रजातियों के साथ, एक वन्यजीव हॉटस्पॉट है। पेंच नदी इस उद्यान को दो भागों में बाँटती है। पेंच टाइगर रिज़र्व को भारत का सर्वश्रेष्ठ टाइगर रिज़र्व होने का गौरव प्राप्त है। रुडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध कहानियों में से एक ‘द जंगल बुक’ इसी पार्क पर आधारित है।

कैसे पहुंचे पेंच राष्ट्रीय उद्यान (How to reach Pench National Park)?

  • सड़क मार्ग- यह नेशनल पार्क बय रोड नागपुर और जबलपुर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
  • रेल मार्ग- इस नेशनल पार्क का निकटम रेलवे स्टेशन- नागपुर रेलवे स्टेशन हैं जहाँ से आप टैक्सी या बस लेकर सतपुड़ा नेशनल पार्क पहुंच सकते है।
  • हवाई मार्ग- नागपुर (92 किमी) और जबलपुर (200 किमी) पेंच नेशनल पार्क से सबसे निकटतम एयरपोर्ट्स हैं।

5. कान्हा-किसली राष्ट्रीय उद्यान (Kanha–Kisli National Park)

कान्हा नेशनल पार्क मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा नेशनल पार्क है। यह नेशनल पार्क अपने बारहसिंगा (Reindeer) के लिए प्रसिद्ध है। यह नेशनल पार्क लगभग 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। सर्वप्रथम कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को 1 जून 1955 को नेशनल पार्क का दर्जा दे दिया गया। इसके पश्चात 1973 में इसे टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया। कान्हा नेशनल पार्क में बारहसिंगा के अलावा भी कई प्रकार के वन्य जीव निवास करते है जिनमे बाघ, सारस, भेड़िया, छोटी बत्तख, चिन्कारा, भारतीय पेंगोलिन शामिल है।

कैसे पहुंचे कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (How to reach Kanha National Park)?

  • सड़क मार्ग- कान्हा नेशनल पार्क बाय रोड खजुराहो, जबलपुर, नागपुर, मुक्की और रायपुर से डायरेक्ट कनेक्टेड है।
  • रेल मार्ग- इस नेशनल पार्क का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन जबलपुर में है जो 175 किमी दूर है।
  • हवाई मार्ग- हवाई मार्ग से आने के लिए आपको जबलपुर एयरपोर्ट (175 किमी) आना होगा।
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MP के इन जगहों पर भारतीय स्थापत्य कला और प्राकृतिक खूबसूरती की दिखती है झलक

मध्य प्रदेश में भारत के कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैं जो न सिर्फ आर्कियोलॉजिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, बल्कि सामान्य पर्यटकों का भी ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। सबसे अधिक क्षेत्रफल पर वन होने के कारण मध्य प्रदेश में कई सारे नेशनल पार्क्स भी हैं। इसी वजह से यह राज्य प्राकृतिक रूप से भी सुंदर और मनमोहक है। अगर आप भी मध्य प्रदेश घूमना चाहते हैं तो हम आपको बताने वाले हैं मध्य प्रदेश के कुछ ऐसे जगहों के बारे में जहाँ एक बार जाना तो बनता है।

  • उज्जैन (Ujjain)
  • मैहर माता मंदिर सतना (Maihar Mata Temple Satna)
  • खजुराहो (Khajuraho)
  • भोपाल (Bhopal)
  • कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park)

1. उज्जैन (Ujjain)

इस शहर को महाकाल की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। मध्य प्रदेश के इस शहर को पहले पूरे भारतवर्ष में अवंतिका नगरी कहा जाता था। यह शहर महाकालेश्वर महादेव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। भारत के कोने-कोने से लोग यहां महाकालेश्वर महादेव के दर्शन करने और उनकी पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं। इस शहर में इसके अलावा और भी कई पर्यटन स्थल हैं। जिनमें रामघाट, काल भैरव मंदिर और मंगलनाथ मंदिर प्रमुख हैं।

कैसे पहुंचे उज्जैन (How to reach Ujjain) : उज्जैन पहुंचाना बहुत हीं आसान है, क्योंकि शहर का अपना रेलवे स्टेशन भी है। जहां देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रेनें आती हैं। इसके अलावा अगर आप फ्लाइट से उज्जैन पहुंचाना चाहते हैं तो आप इंदौर एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। इंदौर उज्जैन से लगभग 50 किलोमीटर की ही दूरी पर स्थित है। इसलिए आप बहुत ही आसानी से इंदौर से उज्जैन पहुंच सकते हैं। उज्जैन शहर सड़क मार्ग के द्वारा भी देश के अन्य राज्यों से बहुत अच्छे से जुड़ा हुआ है। आप उज्जैन अपनी गाड़ी से भी आ सकते हैं।

2. मैहर माता मंदिर सतना (Maihar Mata Temple Satna)

त्रिकूट पर्वत की ऊंचाइयों पर स्थित मैहर मंदिर की कहानी आदिशक्ति सती के आत्मदाह से जुड़ी हुई है। देश के 108 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ (Shaktipeeth) त्रिकूट पर्वत के इस पहाड़ी पर भी स्थित है। जिस स्थान पर इस मंदिर का निर्माण करवाया गया है। बताया जाता है कि इस स्थान पर माता का हार टूट कर गिरा था, इसलिए इस जगह को मैहर का नाम दिया गया। यह मंदिर मध्य प्रदेश के सतना जिला के त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित है। जहां तक पहुंचाने के लिए भक्तों को पहाड़ी पर चढ़ाई करनी होती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पूरे भारत में माता शारदा का यह इकलौता मंदिर है। इस मंदिर में माता शारदा के साथ ही अन्य देवी देवताओं की पूजा भी की जाती है।

3. खजुराहो (Khajuraho)

इस स्थान को मध्य प्रदेश का सम्मान माना जाता है। यह वही स्थान है जहां आपको विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों से समृद्ध मंदिरों का समूह देखने को मिलता है। मध्य प्रदेश का खजुराहो भारत के प्राचीन कालीन इतिहास को बखूबी बयां करता है। खजुराहो के मंदिरों के समूह का निर्माण आज से लगभग 1300 साल पहले हुआ था। मंदिरों पर बनाई गई कलाकृतियां यह दर्शाती हैं कि हमारा भारत आज से हजार साल पहले भी कितना मॉडर्न (modern) था।
खजुराहो में आर्कियोलॉजिकल म्यूजियम (Archaeological Museum) है, जहां आपको कई सारे छोटे बड़े मंदिरों का समूह देखने को मिलेंगे। आर्कियोलॉजिकल म्यूजियम के इस एरिया को पश्चिमी मंदिर समूह के नाम से भी जाना जाता है। आर्कियोलॉजिकल म्यूजियम में जैसे ही आप इंटर करेंगे आपको बहुत ही खूबसूरत से गार्डन से होकर गुजर कर जाना होगा। यहाँ के मंदिरों में कंदरिया मंदिर, मतंगेश्वर मंदिर, लक्ष्मण मन्दिर, विश्वनाथ मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर और विष्णु गुप्त मंदिर प्रमुख हैं।

4. भोपाल (Bhopal)

इस शहर को महाराजा भोज की नगरी के नाम से जाना जाता है। यह शहर आज के समय में मध्य प्रदेश की राजधानी है और इस शहर को एक अच्छा टूरिस्ट डेस्टिनेशन माना जाता है। क्योंकि यहां के टूरिस्ट प्लेसेस इतने बेहतरीन हैं कि यहां आने वाले लोगों को यही का हो कर रह जाने का मन करने लगता है। अगर आपको भी कभी मौका मिले मध्य प्रदेश जाने का तो आप एक बार भोपाल जरुर विजिट करें। (Visiting places of Bhopal) भोपाल की घूमने लायक जगहों की सूची में
अपर लेक (Upper Lake), वन विहार (Van Vihar), सैर सपाटा (Sair Sapata), गौहर महल (Gauhar Mahal), मध्य प्रदेश ट्राईबल म्यूजियम (Madhya Pradesh Tribal Museum), पीपल्स मॉल (People’s Mall), भीमबेटका की गुफ़ाएँ (Bhimvetka caves), ताज उल मस्जिद (Taj ul Masjid) और सांची स्तूप (Sanchi Stupa) का नाम आता है।

5. कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park)

देश के सबसे प्रसिद्ध नेशनल पार्क में से एक कूनो नेशनल पार्क हाल में ही काफी चर्चा का विषय रहा था। यहां कुछ दिनों पहले नामीबिया से 8 चीतों को ला कर रखा गया था। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित इस नेशनल पार्क में आकर आपको एक अलग ही अनुभूति होगी। चारों ओर घने जंगल और बेफिक्र घूम रहे जंगली जानवर किसी अलग ही दुनिया का आभास करा देते हैं। यह नेशनल पार्क कूनो नदी के तट पर स्थित है। यह कह सकते हैं कि कूनो नदी यहां की जीवन रेखा है। यहां के जंगली जानवरों को गर्मी के समय सिर्फ इसी नदी का सहारा होता है। बात करें अगर इस पार्क के फैलाव की तो यह नेशनल पार्क 415 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और हजारों जानवरों का आसरा है।

कूनो राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुंचे (How to reach Kuno National Park)

ग्वालियर एयरपोर्ट कूनो नेशनल पार्क के सबसे नजदीक स्थित एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट देश के अन्य शहरों जैसे दिल्ली, कोटा, पटना, जयपुर आदि से भली भांति जुड़ा हुआ है। दिल्ली एयरपोर्ट से ग्वालियर के लिए फ्लाइट लगभग ₹2000 से ₹3000 तक की आती है। आप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन के माध्यम से भी ग्वालियर पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप बाय रोड भी कूनो नेशनल पार्क पहुंच सकते हैं।

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