दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए हिमाचल प्रदेश हमेशा से ही हैंगआउट डेस्टिनेशन के लिस्ट में सबसे ऊपर रहा है। क्योंकि हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी, नदियाँ, स्नोफॉल, ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, हाइकिंग आदि जैसी एक्टिविटीज को आप बहुत ही आसानी से इंजॉय कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इन सब से बोर आ गए हैं और कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं तो मैं आपको बताने वाली हूं एक ऐसे डेस्टिनेशन के बारे में जो हिमाचल प्रदेश में ही है और यहां जाना आपके लिए वर्थ ईट भी साबित होगा। क्योंकि यहां आप उन सभी एडवेंचरस एक्टिविटीज के साथ-साथ वाइल्डलाइफ को एंजॉय कर पाएंगे। मैं बात कर रही हूं हिमाचल प्रदेश के ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के बारे में। जो न सिर्फ बच्चों बल्कि बुजुर्गों के लिए भी एक अच्छी ट्रैवल डेस्टिनेशन है। अगर आप अपने फैमिली के साथ किसी वेकेशन को प्लान कर रहे हैं तो, इस जगह को आप अपने बकेट लिस्ट में टॉप प्रायोरिटी पर रख सकते हैं।
क्या है ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की विशेषताएं (What are the features of Great Himalayan National Park)?
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क (GHNP) पर्यटकों की मनपसंद जगहों में से एक हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है। यह नेशनल पार्क हिमालय की खूबसूरत वादियों में है। इस नेशनल पार्क को वर्ल्ड हेरिटेज साइट (World Heritage Site) की सूची में भी शामिल किया गया है। यह नेशनल पार्क अपने ब्राउन बियर्स (Brown Bears) के लिए प्रसिद्ध है। यह नेशनल पार्क लगभग 1171 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। सर्वप्रथम ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान को 1984 में बनाया गया था। इसके पश्चात 1999 में इसे नेशनल पार्क का दर्जा दे दिया गया। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में ब्राउन बियर्स के अलावा भी कई प्रकार के वन्य जीव निवास करते है जिनमे थार, गोराल, मस्क डीयर, चीता आदि प्रमुख है।
यह नेशनल पार्क हिमाचल के सबसे प्रसिद्ध नेशनल पार्कों में से एक है और आपको यहाँ 25 से भी अधिक प्रकार के वन देखने को मिलेंगे। साथ ही साथ यहां 800 प्रकार के पौधे और 180 से भी अधिक पक्षियों की प्रजातियां निवास करती है। जिसके कारण इस नेशनल पार्क में आप बायोडायवर्सिटी को बहुत ही अच्छे तरीके से एक्सप्लोर कर पाएंगे। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कई सारे ऐसे स्पॉट हैं जिनका नाम संतो के नाम पर रखा गया है। क्योंकि पुराने जमाने में देश के अलग-अलग कोने से यहां ऋषि मुनि साधना करने के लिए आया करते थे। इस नेशनल पार्क को 2014 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स (World Heritage Sites) की सूची में शामिल किया गया था।
कैसे पहुंचे ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क (How to reach Great Himalayan National Park)?
यदि आप ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क आना चाहते हैं तो आप तीनो मार्गों से आप बहुत आसानी से आ सकते है। सड़क मार्ग से दिल्ली से आने के लिए आप 10 से 12 घंटे ड्राइव करके ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क पहुंच सकते है। इस नेशनल पार्क का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिन्दर नगर में है जो नेशनल पार्क से 143 किमी दूर है। इसके अलावा हवाई मार्ग से आने के लिए आप भुंतर एयरपोर्ट आ सकते है जो 20 किमी दूर है।
खूबसूरत पहाड़ियों के पनाह में एक छोटा सा हिल स्टेशन बसा हुआ है, जिसे लोग कसौली के नाम से जानते हैं। अगर आप चंडीगढ़ से शिमला की ओर बढ़ेंगे तो आपको रास्ते में सबसे पहला हिल स्टेशन कसौली हीं मिलेगा। अब क्योंकि यह शहर पहाड़ियों के गोद में बसा हुआ है इसलिए इसकी खूबसूरती भी काफी मनमोहक है। यहीं वजह है कि हर साल यहां हजारों लोग अपनी गर्मी की छुट्टियां मनाने आते हैं और जमकर एंजॉय करते हैं। आज के इस ब्लॉग में हम आपको बताने जा रहे हैं कसौली के उन खूबसूरत ठिकानों के बारे में जहां जाए बिना कसौली के सफर को अधूरा माना जाता है। अगर आप कभी भी कसौली नहीं गए हैं तो आप यहां के लिए एक अच्छा सा वीकेंड का ट्रिप प्लान कर सकते हैं। क्योंकि कसौली दिल्ली और चंडीगढ़ से सबसे नजदीकी हिल स्टेशन है। अगर बात किया जाए कसौली के हिस्ट्री की तो अंग्रेजों ने यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को देखते हुए इसे जगह को हिल स्टेशन के रूप में डेवलप किया था। आज के टाइम में यह सेना की छावनी के अधिकार का इलाका है।
इस जगह घूमने के लिए कई तरह के पॉपुलर डेस्टिनेशन हैं जिनके नाम निम्नांकित हैं :-
क्राइस्ट चर्च (Christ Church)
माल रोड (Mall road)
गिलबर्ट ट्रेल (Gilbert trail)
मंकी प्वाइंट ( Monkey point)
सनसेट पॉइंट (Sunset point)
क्राइस्ट चर्च (Christ Church)
यह चर्च 1844 में अंग्रेजों के द्वारा बनवाया गया था। कसौली विजिट (visit) करते समय आप सबसे पहले इस पॉइंट (point) को विजिट कर सकते हैं। क्योंकि यह कसौली के मेन पार्किंग एरिया से बहुत हीं नजदीकी स्थित है। अगर आप कसौली अपनी गाड़ी से जा रहे हैं तो गाड़ी पार्क करने के बाद आप इस जगह को विजिट करने जा सकते हैं। यह बहुत हीं शांत जगह है और यहां पर्यटकों की अच्छी खासी संख्या होने के बावजूद भी आपको एक अलग हीं शांति का एहसास होगा। इस चर्च के बारे में एक और खास बात यह है कि यह हिमाचल प्रदेश का सबसे पुराना चर्च है। इसमें लगाए गए शीशे (glass) खास तौर पर इंग्लैंड से मंगवाए गए थे। इस चर्च में विजिट करने की टाइमिंग (timings) सुबह 7:00 बजे से शाम के 7:00 बजे की है।
माल रोड पर आपको कई तरह के कपड़ों के दुकान देखने को मिलेंगे। वहां से आप हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक कपड़ों को खरीद सकते हैं। साथ ही साथ गर्म कपड़े भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप माल रोड पर अपने घर वालों या अपने पसंदीदा लोगों को गिफ्ट करने के लिए कई तरह के वुडन आइटम्स भी खरीद सकते हैं। अगर आपको भी बाजारों को इग्नोर करना अच्छा लगता है तो मॉल रोड आपके लिए एक बेहतरीन शॉपिंग डेस्टिनेशन हो सकता है। बहुत हीं अलग-अलग तरह के आइटम आपको यहाँ मिल जाएंगे। आपको माल रोड में शॉपिंग की बहुत अच्छी वैरायटी देखने को मिल जाएंगी। इसके अलावा माल रोड पर स्ट्रीट फूड के भी कई सारे आइटम्स मिलते हैं। आप भी इन लजीज स्ट्रीट फूड्स का लुफ्त उठाना ना भूलें।
गिल्बर्ट ट्रेल (Gilbert trail)
गिलबर्ट ट्रेल डेढ़ किलोमीटर तक का एक बहुत हीं पतला संकरा सा रास्ता है। जो लोगों को ले जाता है सुसाइडल पॉइंट की ओर! जहां से मिलने वाले व्यूज बहुत हीं अमेजिंग होते हैं। जिन्हें शब्दों में बयां कर पाना बहुत हीं मुश्किल है। गिलबर्ट ट्रेल के लिए जब आप चढ़ाई करना शुरू करेंगे तो आपको यह ध्यान रखना होगा कि रास्ता बहुत ही संकरा है और बहुत हीं रिस्की भी। इस बात का ध्यान रखें और आराम आराम से चढ़ाई करें। यह रास्ता जितना पतला संकरा और डिफिकल्ट दिखता है एक्चुअल में यह उतना हीं ज्यादा एडवेंचरस भी है। आप अपने साथ एक पानी का बोतल जरूर कैरी करें। क्योंकि आपको इसकी बहुत ज्यादा जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा जब आप गिलबर्ट ट्रेल की ओर बढ़ेंगे तो रास्ता बहुत आगे तक जाता है। ऐसे में आप भटके ना इसके लिए सुसाइडल पॉइंट तक जाने के लिए एक हमारी ओर से एक लैंडमार्क टिप है।
जब आप गिलबर्ट ट्रेल के लिए चढ़ाई शुरू करेंगे और करीब 1.5 किलोमीटर तक चलेंगे तो आपको रास्ते में एक हट दिखेगा। जिसके पीछे से आपको सुसाइडल पॉइंट के लिए रास्ता मिलेगा। सुसाइडल पॉइंट से आप कसौली को एक बहुत हीं अलग नजरिए से एक्सप्लोरर कर सकते हैं। यहां से सनसेट को देखना काफी खूबसूरत होता है। अगर आप नेचर को इंजॉय करना पसंद करते हैं तो यह पॉइंट आपको काफी पसंद आने वाला है। साथ हीं अगर आप फोटोग्राफ़ी भी पसंद करते हैं तो भी यह जगह आपके लिए बहुत हीं बेहतरीन जगह होने वाला है।
मंकी प्वाइंट (Monkey point)
मंकी प्वाइंट कसौली की सबसे ऊंची पहाड़ी है। जहाँ हनुमान जी का एक मंदिर भी है। इस मंदिर से जुड़ी एक कहानी यह भी है कि जब हनुमान जी संजीवनी लेकर जा रहे थे तब उनका एक कदम इस पहाड़ी पर भी पड़ा था। जहां पर आज के समय में यह मंदिर है। इस मंदिर में आपको बहुत सारे बंदर देखने को मिलेंगे। यहां आने वाले पर्यटकों में इस मंदिर को लेकर काफी क्रेज देखने को मिलता है। माल रोड से मंकी पॉइंट की दूरी लगभग 3.5 किलोमीटर के आसपास है। अगर आप मंकी पॉइंट जाना चाहते हैं तो आप चलते हुए भी जा सकते हैं। मंकी प्वाइंट के लिए टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां विजिट करने की टाइमिंग सुबह 9:00 बजे से शाम के 5:00 बजे तक की है।
सनसेट पॉइंट (Sunset point)
जैसा कि नाम से हीं पता चल रहा है यह कसौली का सबसे बेस्ट सनसेट पॉइंट है। यहां से आपको शाम के सबसे खूबसूरत नज़ारें देखने को मिलेंगे। जिसका एक्सपीरियंस आपकी लाइफ में अनफॉरगेटेबल हो सकता है। यहां पर बैठने के लिए जगहें भी बनाई गईं हैं। आप अपनों के साथ आराम से यहां बैठकर सनसेट को एंजॉय कर सकते हैं। यहां बैठकर जब आप सन सेट को देखोगे तो वह आपको बहुत हीं मैजिकल लगेगा और बहुत ही अच्छा एक्सपीरियंस होगा। अगर आपके पास समय की कमी हो और आपको गिलबर्ट ट्रेल और सनसेट पॉइंट को एक हीं दिन में विजिट करना हो तो आप पहले गिलबर्ट ट्रेल को विजिट कर सकते हैं उसके बाद सनसेट पॉइंट का रुख कर सकते हैं। गिलबर्ट ट्रेल को विजिट करने के बाद सनसेट से लगभग 1 घंटे पहले आप इस पॉइंट पर पहुंच जाना। तब आप यहां बहुत हीं आराम से सनसेट को इंजॉय कर पाएंगे।
कसौली जाने का सबसे सही समय (Best time to visit kasauli)
वैसे तो कसौली आप कभी भी विजिट कर सकते हैं, लेकिन यहां पर जाने का सबसे सही समय अप्रैल से जून के बीच और सितंबर से नवंबर के बीच का होता है। क्योंकि इस समय यहां का टेंपरेचर भी खुशनुमा होता है। आप बहुत हीं आराम से यहां के विजिटिंग प्लेसेस को एक्सप्लोरर कर सकते हैं। इसके साथ हीं इस समय आपको यहां बहुत ज्यादा ग्रीनरी देखने को मिलेगी। जिसके कारण यहां की खूबसूरती और ज्यादा बढ़ जाती है और आप बहुत हीं अच्छे तरीके से यहां एंजॉय कर पाओगे। अगर आप स्नोफॉल देखना चाहते हैं तो कसौली में नॉर्मली स्नोफॉल नहीं होता है। मॉनसून में कसौली आना आपके लिए थोड़ा रिक्की हो सकता है। क्योंकि यहां लैंड स्लाइड्स के चांसेस बहुत ज्यादा होते हैं।
कहां ठहरे? (Where to stay in kasauli?)
अगर बात करें कसौली में ठहरने की तो यहां रुकने के लिए तीन ऑप्शन होते हैं। पहला माल रोड के आसपास होटल बुक करवाना, दूसरा ऑप्शन होता है कसौली चौक के आसपास होटल बुक करवाना और तीसरा ऑप्शन होता है कसौली के गांवों में विला में रूम बुक करवाना।
अगर आप माल रोड के पास होटल रूम लेते हैं तो यहां पर होटल रूम की प्राइस ₹1500 से स्टार्ट हो जाती है। हालांकि होटल रूम्स के प्राइस सीजन पर भी डिपेंड करते हैं। इसलिए आपको ऑफ सीजन में थोड़ी सी छूट देखने को मिल जाएगी। लेकिन माल रोड के पास होटल लेने का एक नुकसान यह होता है कि यहां के होटल रूम्स के बालकनी से आपको बहुत ज्यादा खूबसूरत व्यूज़ देखने को नहीं मिलेंगे। वहीं अगर आप कसौली चौक के पास रूम लेते हैं तो यहां से आपको बहुत हीं खूबसूरत व्यूज़ देखने को मिलेंगे। यहां पर होटल रूम्स के प्राइस ₹1200 से हीं शुरू हो जाते हैं। लेकिन यहां भी होटल रूम्स का प्राइस सीजन के हिसाब से घटता बढ़ता रहता है।
देश भर में अगर बेस्ट हिल स्टेशनों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश सबसे पहले नंबर पर आता हैं। हिमाचल एक ऐसा राज्य है जहाँ देश भर के चहीते हिल स्टेशन मौजूद है, क्योंकि जहाँ पहाड़ों का सुकून, झरनों की झर-झर, कल-कल करती नदियाँ, और खूबसूरत नज़ारे, सब कुछ है तो इतनी खूबसूरत जगह से कोई कैसे दिल नहीं लगाएगा। यहाँ आपको बर्फीली पहाड़ियाँ, एडवेंचर, तिब्बती संस्कृति की झलक और भी लगभग बहुत कुछ देखने को मिलेगा, तभी तो इसे बेस्ट टूरिज्म प्लेस कहा जाता है।
तो बात करते है हिमाचल में घूमने की मशहूर और बेस्ट जगहों के बारे में। जब भी हिमाचल घूमने की बात होती है हमारे दिलो-दिमाग में जो सबसे पहले नाम आता है वो नाम है “शिमला”
शिमला :
शिमला शब्द सुनते ही हर किसी के मन में एक खूबसूरत नज़ारा आने लगता है खासकर कपल्स के। हाँ बेशक, शोर- शराबे से दूर बर्फ से ढके पहाड़ और हरे-भरे घिरे हुए देवदार के पेड़ किसी भी पर्यटक को यहाँ एक बार आने पर मजबूर कर ही देते है।
शिमला की बेस्ट प्लेसेज़ की बात करे तो उनमें सबसे मशहूर जगह है माल रोड। माल रोड – अगर हम माल रोड को शिमला का मेन शॉपिंग सेंटर कहें तो ये गलत नहीं होगा। माल रोड शॉपिंग के लिए काफी मशहूर है। यहाँ आपको खान-पान की काफी पुरानी और मशहूर दुकानें देखने को मिल जाएँगी। जिसमें आप हिमाचल की फेमस मिठाई सिड्डू का मजा भी ले सकते हैं। जब आप माल रोड घूमने निकलेंगे तो यहाँ आपको रेस्टोरेंट, कॉफी शॉप, और बहुत सी अलग-अलग दुकानें भी दिखाई देंगी। द रिज –
माल रोड के किनारे दा रिज एक व्यू पॉइंट है जहाँ से आपको पूरे शिमला के बेहतरीन नज़ारे देखने को मिलेंगे। यहीं रिज रोड़ पर आपको नार्थ इंडिया का सबसे पुराना क्राइस्ट चर्च भी देखने को मिल जायेगा। जिसके सामने बड़े से मैदान पर हर साल सबसे बड़े समर फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। रिज पर महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी का स्टेचू है और अटल बिहारी वाजपेयी की हाल ही में स्थापित प्रतिमा भी देखने को मिल जाएगी जिसके आस पास बहुत सारे टूरिस्ट सेल्फी और फोटोग्राफी करते दिख जायेंगे। जाखू हिल : जाखू हिल्स इस पूरे हिल स्टेशन की सबसे ऊँची चोटी है। जहाँ आपको भगवान हनुमान का सुन्दर मंदिर दिखाई देगा। जाखू मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है यहाँ पर पाए जाने वाले सैंकड़ों बन्दर। यहाँ जाते समय इन बंदरों का विशेष ध्यान रखें क्योंकि ये आपके हाथ से जरुरी सामान भी छीन सकते हैं। यहाँ जाते समय आप अपने पर्स और अन्य कीमती सामान को संभाल के रखें।
लक्कड़ बाजार : शिमला के इस फेमस बाजार में लकड़ी के आकर्षक और सुन्दर-सुन्दर सामान खरीदने को मिल जायेंगे। यहाँ न सिर्फ लड़की बल्कि सभी चीज़ों की दुकानें है पर इस बाजार की खासियत लकड़ी के सामानों से हैं, जिसे यादगार निशानी के तौर पे खरीदा जा सकता है। प्राकृतिक जड़ी बूटियाँ और सूखे मेवे भी आपको इस बाजार में मिल जायेंगे।
चैल :
चैल पहाड़ों की खूबसूरती के साथ-साथ पोलो और क्रिकेट लवर्स का पसंदीदा स्पॉट माना जाता है, क्योंकि यहाँ पर विश्व की सबसे ऊंचाई पर बना क्रिकेट स्टेडियम है, जिसका इस्तेमाल पोलो खेलने के लिए भी किया जाता है। चैल समुद्र तल से लहभग 2250 मीटर की ऊंचाई पर बसा है, इसलिए ये स्पॉट हाइकर्स के लिए जन्नत माना जाता है। अगर आप एडवेंचर लवर हैं तो ये आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है।
चैल की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है काली माता का प्रसिद्ध मंदिर। यह मंदिर शिमला की सबसे ऊँची पहाड़ियों में से एक में स्थित है। जहाँ से आपको पूरे शिमला के बेहतरीन नज़ारे देखने को मिल जायेंगे। और अगर बात करें चैल के बाजार की तो यहाँ का बाजार उतना बड़ा नहीं है। पर आपको छोटा-मोटा जरूरत का सामान यहाँ मिल जायेगा। चैल के बाजार में जब आप घूमे तो अपने सामान का विशेष ध्यान दें क्योंकि यहाँ बहुत बन्दर है, जो आपका सामान झपट सकते हैं।
सोलन वैली :
सोलन वैली जाने वाले रूट पे सबसे पहले आपको नेहरुकुन्द मंदिर दिखेगा जहाँ आप दर्शन करते हुए जा सकते है।और इसी रूट में एक ब्रिज आपको दिखेगा जहाँ टेंगो चार्ली मूवी की शूटिंग भी हुई थी। सोलन वैली में जगह जगह आपको एडवेंचर एक्टिविटीज होती दिखाई देंगी। पैराग्लाइडिंग और बाइक राइड जैसी बहुत सी एक्टिविटीज़ आप यहाँ कर सकते है। और अगर आप दिसंबर या जनवरी के महीने में यहाँ आएँ तो यहाँ आपको बर्फ ही बर्फ दिखाई देगी जिसमें आप बहुत सी स्नो एक्टिविटीज़ कर सकते है। सोलन वैली की खूबसूरती बेशक ही हिमालय का अहसास करा ही देती है।
सोलन जाकर जटोली शिव मंदिर में जाना बिलकुल ना भूलें। क्योंकि कहाँ जाता है की यह पूरे एशिया का सबसे ऊँचा मंदिर है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहाँ के पत्थरों को थपथपाने पर डमरू सी आवाज सुनाई देती है। इस मंदिर में हर तरफ अलग-अलग देवी देवताओ की मूर्तियां लगी हुई है। इसके अलावा मंदिर के ऊपरी हिस्से पर 11 फुट ऊंचा एक विशाल सोने का कलश स्थापित है, जो इसकी खूबसूरती को बेहद खास बना देता है।
कुल्लू :
इस खूबसूरत पर्यटक स्थल को देवताओं की घाटी और सिल्वर वैली भी कहा जाता है। कुल्लू की खूबसूरती से हर कोई वाकिफ है पर यह जगह बसंत के महीने में और भी खिल जाती है। सफ़ेद और गुलाबी फूलों से जो नज़ारा बन जाता है उसको शब्दों में बता पाना मुश्किल है। सिल्वर वैली के नाम से मशहूर यह जगह न सिर्फ सांस्कृतिक और धार्मिक स्पॉट बल्कि एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए भी मशहूर है। कुल्लू में प्रसिद्ध दशहरा फेस्टिवल का आयोजन हर साल बड़ी धूम-धाम से किया जाता है। इसके अलावा कुल्लू में याक की सवारी काफी मशहूर है। जो कि समुद्र तल से 6000 मीटर ऊपर की जाती है। कुल्लू के खूबसूरत नज़ारे याक की पीठ पर बैठकर देखने से और भी खुशनुमा माहोल बन जाता है।
तीर्थन वैली :
अगर आप शोर-शराबे से दूर शांत जगह की तलाश में है तो तीर्थन वैली आपके लिए परफेक्ट स्पॉट साबित होगा। प्रकृति के भरपूर नज़रों से भरी यह जगह ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के बफर जोन में स्थित है। आप यहां ट्राउट फिशिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग के भरपूर मजे ले सकते हैं।
प्रसिद्ध मंदिर :
यहाँ बहुत से प्रसिद्ध मंदिर है तभी तो कुल्लू को देवताओं की घाटी भी कहा जाता है। कुल्लू के प्रसिद्ध मंदिर है बिजली महादेव मंदिर, हनोगी माता मंदिर, और वैष्णो देवी मंदिर। इसके अलावा कुल्लू शहर में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है मणिकरण साहिब।
कुफरी :
कुफरी शिमला से लगभग 10 किमी की दूरी पर है। कुफरी को एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट मन जाता है। गर्मियों में भी यहाँ के प्राकृतिक नज़ारे देखने लायक होते हैं पर सबसे ज़्यदा मजा आपको यहाँ सर्दियों में आएगा क्योंकि तब आप यहाँ बर्फ का आनंद ले सकते है। यहाँ पर आपको बहुत सी एक्टिविटीज़ जैसे ट्यूब राइडिंग, हॉर्स राइडिंग और याक की सवारी करने को मिल जाएगी। इसके अलावा यहाँ पर फन पार्क है जहाँ आप एडवेंचर के मजे ले सकते हैं।
कुफरी की फेमस जगह है हिमयन नेचर पार्क।
हिमालयन नेचर पार्क :
यहाँ आपको 180 से ज्यादा पशु पक्षियों की प्रजातियाँ देखने को मिल जाएगी। अगर आप पहाड़ी पशुओं को देखने की इच्छा रखते तो तो वो आपको यहाँ देखने को मिलेंगे।
फागु :
कुफरी से लगभग 6 किमी दूर स्तिथ है फागु। यह जगह कुफरी की सबसे ऊँची जगह है , अगर आप ट्रैकिंग करने के शौकीन हैं तो यह जगह आपको बहुत पसंद आएगी। यहाँ से आपको हिमालय की ऊँचे बर्फ से ढके पहाड़ों के सुन्दर नज़ारे देखने को मिलेंगे। कुफरी फन वर्ल्ड :
एडवेंचर के शौक़ीन लोगों के लिए कुफरी फन वर्ल्ड एक खास अनुभव साबित हो सकता है। ये एक मनोरंजन पार्क है जिसमें बच्चो के लिए कई मजेदार राइड्स हैं। इस पार्क में दुनिया का सबसे ऊँचा गो-कार्ट ट्रैक भी मौजूद है। अगर आप अपने बच्चों के साथ कुफरी की यात्रा कर रहे हैं तो कुफरी फन वर्ल्ड घूमने जरुर आएं, क्योंकि ये आपकी ट्रिप का बेस्ट पार्ट होगा।
बेस्ट टाइम तो विजिट इन हिमाचल :
बर्फीले पहाड़ो के नज़ारे अगर आपको देखने है तो हिमांचल के हिल स्टशनों में घूमने का बेस्ट टाइम होता है नवंबर से फरवरी। इस समय हिमाचल के लहभग सभी शहरों में बर्फ भारी मात्रा में गिर जाती है। तो इस समय आने से आप सभी एडवेंचर राइड्स और खूबसूरत नज़रों का भरपूर आनंद ले सकती है।
कैसे पहुंचे :
अगर दिल्ली से चलना शुरू करें तो दिल्ली से मनाली 405 किमी दूर है। दिल्ली से मनाली के लिए कश्मीरी गेट, मजनू का टीला, और आर.के.आश्रम से आपको डायरेक्ट वॉल्वो बस मिल जाएगी। जिसकी आप ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी पर्सनल गाड़ी से भी जा सकते हैं।