चारों तरफ पर्वतों से घिरी वादियों के बीच अगर घूमने का मन हो और जगह कुछ अलग चूज करनी हो, तो आप देहरादून के ‘मालदेवता’ जा सकते हैं। (Maldevta – Famous Picnic Spot In Dehradun)
प्रकृति की गोद में चारो तरफ पहाड़ियों और हरियाली से सजा-धजा ‘मालदेवता’ आजकल टूरिस्ट्स के लिए फेवरिट डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। वजह है इसकी खूबसूरती और यहाँ बहती नदी और झरनों का गीत संगीत। यहां पर्वतों से गिरने वाले छोटे-छोटे झरनों का संगीत विजिटर्स का ध्यान अपनी ओर खींच ही लेते हैं। यही वजह है कि बीते कुछ सालों में यह देहरादून का सबसे डिमांड वाला डेस्टिनेशन है।
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How to reach Maldevta
देहरादून से सिर्फ 17-18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ‘मालदेवता’। यहां जाने के लिए आप देहरादून सिटी बस या फिर लोकल ट्रैवल में ऑटो, स्मॉल कैब्स ले सकते हैं। अगर आप अपनी कार से यहाँ आते हैं तो इससे बेहतर तो क्या ही कुछ होगा। क्योंकि यहाँ का सफर ही यहाँ का पैसा वसूल है।
मालदेवता में आप नेचर वॉक के अलावा तमाम तरह के गेम्स खेल सकते हैं। अगर चिडि़यों का चहचहाना पसंद है तो आप बर्ड वॉचिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
ट्रैकिंग और कैंपिंग
यहां की खूबसूरत वादियों को देखकर आपका भी मन कैंपिंग करने को कहेगा, तो आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं। यहां आसानी से आपको रेंट पर कैंप मिल जाएंगे। लोग यहां रेस्टोरेंट में जाने से ज्यादा खुद चूल्हा बनाकर या पेट्रोमैक्स में खाना बनाना पसंद करते हैं। इसके अलावा आप यहाँ ट्रैकिंग कर सकते हैं , ट्रैकिंग के लिए अगर आप अकेले हैं और आपको रास्ता समझ न आ रहा हो तो आपको यहाँ गाइड भी मिल जाएंगे जो आपके ट्रैकिंग के इस शौक को पूरा करने में मदद करेंगे।
क्या- क्या कर सकते हैं
यहां आप कैंपिंग कर सकते हैं। पिकनिक के लिए यह बेहतर आप्शन है। इसके अलावा ट्रैकिंग और पैराग्लाडिंग भी कर सकते हैं। यहां कई रेस्टोरेंट और होटल भी हैं। जहां बेहतरीन खाने के साथ कुछ दिन प्रकृति के बीच में रुक भी सकते हैं। वैसे अधिकतर यहाँ वीकेंड पर ज्यादा भीड़ दिखाई देती है। क्योंकि वीकेंड पर यहाँ देहरादून के लोकल लोग भी पिकनिक मनाने आ जाते हैं। चाहे वह किसी भी ऐज ग्रुप के क्यों न हो।
वैसे यहाँ आने का सबसे बेहतर समय सर्दियों का ही माना जाता है या फिर आप अगर नदी के एडवेंचर का मजा लेना चाहते हैं तो जुलाई अगस्त में भी आ सकते है उस समय यहाँ आपको चारो और हरियाली ही हरियाली दिखाई देगी।
पहाड़ों के इस नए सफर में आज हम आपको ले चलेंगे देहरादून की एक ऐसी खूबसूरत और टूरिस्ट्स की बेहद पसंदीदा जगह सहस्त्रधारा, जहां की बाइक राइड और नदी, खूबसूरत पहाड़ और हरे भरे घुमावदार रास्ते आपको बेशक ही लद्दाख से रूबरू करा देंगे। देव भूमि उत्तराखंड में अनेक पर्यटक स्थल हैं जो अपनी ख़ूबसूरती के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है उन्ही में से एक है देहरादून में स्थित सहस्त्रधारा। यहाँ देश भर से ही नही बल्कि विदेशो से भी पर्यटक यहाँ आते है और इसकी ख़ूबसूरती का लुत्फ़ उठाते हैं। यदि आप भी फैमिली ट्रिप की सोच रहे हैं तो आप इस जगह को जरूर एक्सप्लोर कर सकते हैं।(Sahastradhara, Dehradun)
सहस्त्रधारा देहरादून का नेचुरल वाटरपार्क
जब भी आप बाइक राइड पर सहस्त्रधारा तक जायेंगे तो यकीनन यहाँ आपको पूरी लद्दाख वाली वाइब्स महसूस होगी। घुमावदार रास्ते , सड़क किनारे बहती नदी, और नदी के ऊपर लगे सतरंगी झंडे, थोड़ी देर के लिए आप इस बेहतरीन नज़ारे को देखकर जन्नत सा फील करेंगे।
आपको बता दें यहाँ स्थित, पहाड़ों से गिरने वाली सैंकड़ों धाराओं की वजह से इस स्थान को सहस्त्रधारा के नाम से जाना जाता है। यह स्थान आध्यात्म, एडवेंचर और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। कहते हैं कि गुरू द्रोणाचार्य ने यहीं पर तपस्या की थी। गर्मी से परेशान होकर उन्होने इसी स्थान पर भगवान शिव से एक आशीर्वाद प्राप्त किया, कि यहां हमेशा पानी टपकता रहे, और तब से इस जगह लगातार पानी टपक रहा है। यहां स्थित गंधक झरना स्किन रोगों के उपचार के लिए देश भर में प्रसिद्ध है।
क्लॉक टावर से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर सहस्त्रधारा एक लाजवाब पिकनिक स्पॉट है, जहां आप महादेव मंदिर के दर्शन से लेकर नदी और फॅमिली पिकनिक स्पॉट सभी तरह का लुत्फ़ उठा सकते हैं।(Sahastradhara, Dehradun)
इस जगह की ख़ास बात यह है कि यहाँ आने वाला पानी प्राकृतिक रूप से बहता रहता है। और कहा जाता है कि यहाँ नहाने से स्किन रोग दूर हो जाते हैं। यहाँ चेंजिंग रूम और लॉकर की सुबिधा भी उपलबध है।
यहाँ पहुँचने की सबसे खास बात कि जितना खूबसूरत सहत्रधारा है उतना ही बेहतरीन इसका सफर भी है शहर से 15 किलोमीटर दूर और 40 मिनट के सफर में इसकी खूबसूरती आपको लद्दाख से रूबरू करा देगी।
How to reach – सहस्त्रधारा का निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट हवाई अड्डा, देहरादून है। फ्लाइट से उतरने के बाद आप कैब या टैक्सी की मदद से यहाँ तक आसानी से पहुँच सकते हैं। देहरादून ट्रैन और सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है। शहस्त्रधारा पहुंचने के लिए आप अपनी पर्सनल गाड़ी या फिर आपको दर्शन लाल चौक से डायरेक्ट टैक्सी मिल जाएगी, इसके अलावा आप ऑटो बुक करके भी आ सकते है।शहस्त्रधारा के जिस पिकनिक स्पॉट पर हम पहुंचे उस जगह की खूबसूरती को बयान कर पाना बिलकुल भी आसान नहीं। यह जगह सच में किसी का भी दिल जीत लेने के काबिल है।
यहाँ जैसे ही आप एंट्री करेंगे देवभूमि की झलक देता एक खूबसूरत सा मंदिर आपको दिखाई देगा। यहां दर्शन के साथ ही आप इसके अंदर गुफा में जरूर जाएँ। यह गुफा यहाँ आने वाले सैलानियों में अच्छी खासी फेमस है। सहस्त्रधारा को पूरे देहरादून के सबसे बेहतरीन और लाजवाब पिकनिक स्पॉट्स में से एक माना जाता है, और हो भी क्यों न मन को शांति देता मंदिर और मंदिर से निकलते ही एडवेंचर के लिए खूबसूरत नदी और नदी के सामने खाने पीने के लिए खूबसूरत सा कैफ़े। सब कुछ है यहाँ।
Cafe & Snacks
क्वालिटी टाइम स्पेंड करने का इससे अच्छा स्पॉट और क्या ही होगा। नदी के किनारे बने इस कैफ़े में आप स्नैक्स से लेकर पहाड़ों के बीच चाय या कॉफी का लुत्फ़ भी उठा सकते हैं, और इसके के साथ एक छोटी से मार्केट भी आपको यहां देखने को मिलेगी। इस स्पॉट के ठीक थोड़ा आगे चलकर आप गर्मियों में वाटर पार्क का आनद भी ले सकते हैं। Sahastradhara, Dehradun
Best Time to Visit
बारिश के मौसम में सहस्त्रधारा की शानदार सुंदरता का सबसे अच्छा अनुभव किया जा सकता है। हालांकि यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होगा।
हेलो फ्रेंड्स, फाइव कलर्स ऑफ़ ट्रवेल के इस नए ब्लॉग में आप सभी का स्वागत है। आज इस ब्लॉग में हम आपको लेकर आये हैं देहरादून के बुद्धा टेम्पल में….. वैसे तो देहरादून में घूमने लायक बहुत अच्छे स्थान हैं। मगर यदि आप देहरादून में कुछ अलग ढूढ़ रहे हैं, तो आपके लिए देहरादून का प्रसिद्ध बुद्ध मंदिर सबसे अच्छा विकल्प रहेगा। इसे सामान्य प्रचलित भाषा मे देहरादून का बुद्धा टेम्पल कहते हैं। यहाँ आकर आपको आध्यात्मिक शांति का अनुभव होगा साथ ही, बौद्ध कला और स्थापत्य कला का यह मंदिर बेजोड़ नमूना है। (Buddha Temple in Dehradun)
देहरादून के क्लेमेनटाउन में स्थित बुद्धा टेंपल देश-विदेश के पर्यटकों के बीच अच्छा खासा लोकप्रिय है। इसको मिंड्रोलिंग मोनेस्ट्री के नाम से भी जाना जाता है। पूरे क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल है , एक बार मंदिर में प्रवेश करने के बाद आप अपने संपूर्ण शरीर में शांति और आराम महसूस कर सकते है.
एशिया की सबसे बडी Buddhist समाधि
बौद्ध मंदिर का निर्माण 1965 में प्रसिद्ध “कोहेन रिनपोछे” और बौद्ध धर्म के धर्म की रक्षा और संस्कृति को बढ़ावा देने और संरक्षण के लिए कई अन्य भिक्षुओं द्वारा किया गया था । यह मंदिर जापानी वास्तुकला शैली में बनाया गया है । बुद्धा मंदिर के बारे में यह माना जाता है कि यह एशिया की सबसे बडी Buddhist समाधि है , हर साल हज़ारो की गिनती में देश – विदेश के टूरिस्ट यंहा दर्शन करने आते है | जिसमें लार्ड बुद्धा और गुरु पद्मसम्भावा (Guru Padmasambhava) की विशालकाय प्रतिमा है । मंदिर में स्थित बुद्धा जी की 103 feet की प्रतिमा बहुत ही सुन्दर और आकर्षण का केंद्र है । पहले तीन फ्लोर में लार्ड बुद्धा की सरूप पेंटिंग्स है , जिसमें बुद्धा जी के जीवन के बारे में दिखाया गया है ।
कैसे पहुंचे बुद्धा टेम्पल क्लेमेनटाउन स्थित बुद्धा टेंपल देहरादून आइएसबीटी से सहारनपुर मार्ग पर सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां के लिए हर पांच मिनट बाद विक्रम चलते हैं। आप चाहें तो आइएसबीटी चौक से आटो भी बुक कर यहां तक पहुंच सकते हैं।
बड़े क्षेत्र में तीन मंजिला बुद्धा टैंपल के दर्शन को सुबह से लोग पहुंचते रहते हैं, लेकिन शाम को यहां भीड़ अधिक बढ़ जाती है। हरे भरे मैदान और जंगल से सटे इस मंदिर परिसर में विभिन्न जगहों पर कुर्सियां लगी हैं जहां आप बैठकर आनंद भी उठा सकते हैं। लोग यहां आकर सेल्फी के साथ इस पल को यादगार बनाते हैं। इसके अलावा मंदिर से बाहर निकलते ही सड़क किनारे कई खाने पीने की दुकान भी हैं। जहां से आप अपनी पसंद के व्यंजन का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
आध्यात्मिक शांति वाला स्थल बुद्ध मंदिर देहरादून एक मधुर और आध्यात्मिक शांति वाला स्थल है। यहाँ आकर मन को सुकून मिलता है। यह मंदिर अपनी अदभुत स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की स्थापत्य कला जापानी कला से प्रेरित है। यहां आप इस प्रसिद्ध स्थापत्य कला और चित्रकला का आनन्द ले सकते हैं।
रोलिंग मठ यह बौद्ध मठ रोलिंग मठ के नाम से प्रसिद्ध है, यहाँ बड़े बड़े रोलर लगे हैं, जिनको घुमा कर आप भगवान बुद्ध से जीवन मे सुख और शांति की कामना कर सकते हैं। बुद्धा टेम्पल देहरादून में आप प्रसिद्ध तिब्बती भोजन विशेष मोमोज, चाउमीन और थोप्पा और अन्य पकवानों का आनन्द ले सकते हैं। बुद्ध मंदिर देहरादून से आप तिब्बती समान, कपड़े, सजावट की चीजे खरीद सकते हैं।
उत्तराखंड की खूबसूरती से तो हर कोई वाकिफ है और बेशक ही उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून भी किसी जन्नत से कम नहीं है। इस बात का एहसास आपको इस ब्लॉग को पड़के हो जायेगा। देहरादून अपनी खूबसूरत वादियों, ऊँची पहाड़ियों, और मंदिरों के लिए काफी मशहूर है। इसके साथ-साथ देहरादून में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जो उत्तराखंड की सुंदरता को साफ़ दर्शाती हैं, जैसे देहरादून का जिक्र होते ही मसूरी का नाम सभी के दिलों-दिमाग में घूमने लगता हैं। क्योंकि “पहाड़ो की रानी” में जो बात है वो देश के किसी दूसरे शहर में नहीं। ऐसी ही बहुत सी सुन्दर नदियाँ और पहाड़ों से घिरी जगहें देहरादून की खूबसूरती में चार-चाँद लगा देती हैं। बासमती चावल, चाय और लीची के बाग़ इस शहर की सुंदरता और प्रसिद्धता को दोगुना कर देते हैं। Best Places of Dehradun
देहरादून के इतिहास की बात करे तो माना जाता है कि द्वापर युग में गुरु द्रोणाचार्य ने देहरादून शहर से 19 किमी पूर्व में देवदार पर्वत पर तप किया था। इसी से यह घाटी द्रोणाश्रम कहलाती है। इसके अलावा एक बहुत पुरानी कहावत के अनुसार देहरादून का नाम पहले द्रोणनगर था और यह कहा जाता था कि पाण्डव-कौरवों के गुरु द्रोणा ने इस स्थान पर अपनी तपोभूमि बनाई थी और उन्हीं के नाम पर इस नगर का नामकरण हुआ था। देहरादून 1842 में, डन सहारनपुर जिले से जुड़ा हुआ था और जिले के कलेक्टर के अधीनस्थ एक अधिकारी के अधीन रखा गया था, लेकिन 1871 से इसे अलग जिले के रूप में प्रशासित किया गया।
अगर आप देहरादून घूमने का प्लान बना रहें हैं, तो इन फेमस जगहों में घूमना मिस ना करें क्योंकि जब आप इन्हें करीब से देखेंगे तो दिल दे बैठेंगे ।
सहस्त्रधारा
बाइक राइड में अगर सहस्त्रधारा तक जाया जाये तो यहाँ पूरी लद्दाख वाली वाइब्स आपको महसूस होगी। सीधी रोड, रोड के किनारे नदी, और नदी के उप्पर लगे सतरंगी झंडे, थोड़ी देर के लिए आप इस नज़ारे में अपने होश खो बैठेंगे। सहस्त्रधारा, देहरादून का नेचुरल वाटरपार्क है जहां गर्मियों के मौसम स्वीमिंग का भरपूर आनंद आप ले सकते हैं। और स्वीमिंग के साथ साथ कई वाटर एक्टिविटी भी कर सकते है। इस जगह की ख़ास बात यह है कि यहाँ आने वाला पानी प्राकृतिक रूप से बहता रहता है। और कहा जाता है कि यहाँ नहाने से स्किन रोग , जैसे चर्म रोग , खाज , खुजली इत्यादि दूर हो जाते है। यहाँ चेंजिंग रूम और लॉकर की सुबिधा भी उपलबध है। जितना खूबसूरत सहत्रधारा है उतना ही बेहतरीन इसका सफर भी है शहर से 15 किलोमीटर दूरी पर 40 मिनट के सफर में इसकी खूबसूरती आपको लद्दाख से रूबरू करा देगी। शास्त्रधारा पहुंचने के लिए दर्शन लाल चौक से डायरेक्ट टैक्सी मिल जाएगी, या आप ऑटो बुक करवा कर भी आ सकते है।
मसूरी
“पहाड़ों की रानी” तो बेशक ही हैवन से कम नहीं। यहाँ पहाड़ों में बादल नीचे और आप उप्पर होंगे, चारों तरफ फौग, और ठण्ड से काँपते हाथों में चाय। अब आप ही बताइये कोई कैसे मसूरी से दिल न लगाए। इसके अलावा भी मसूरी में ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों में बर्फ़बारी, जगह-जगह निकले झरने आपकी यात्रा में चार-चाँद लगा देंगे। अगर आप एडवेंचर लवर हैं तो मसूरी में पैराग्लिडिन , ज़िपलाइन जैसे और भी बहुत से एडवेंचर प्लेस हैं। इतना ही नहीं यहाँ से केदारनाथ , बद्रीनथ और नीलगिरि पर्वत दूरबीन ] के माध्यम से देख पाएंगे और मसूरी भारत का 5 वा सबसे अच्छा हिल स्टेशन है जहाँ साल भर लाखों की संख्या में देश विदेश से टूरिस्ट यहाँ आते हैं। मसूरी ट्रिप के दौरान इन जगहों में जरूर जाएँ क्लाउड एन्ड, केम्पटी फॉल, लाल टिब्बा, जॉर्ज हिल। मसूरी , देहरादून से 35 किमी दूर है, आप यहाँ अपनी पर्सनल गाड़ी या कैब के माध्यम से आसानी से आ सकते हैं।
व्यू पॉइंट
सहत्रधारा के पास से ही रोपवे के द्वारा आप व्यू पॉइंट में जा सकते हैं। ऊँचे पहाड़ के ऊपर पहुंचते ही मानों स्वर्ग छूने सा महसूस होने लगता है, सुन्दर नज़ारे, खूबसूरत वादियाँ और सबसे ऊंचाई से नज़ारे देखने की खुशी एक रोमांच भरा माहौल बना देती है। इसके अलावा शहस्त्रधारा की बहती खूबसूरत नदी, चारो तरफ पहाड़ो से घिरे हुवे नज़ारे, और इस शांत माहौल में चिड़ियाओं का चहकना। हाँ तभी तो ये व्यू पॉइंट है। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो आपको इस प्लेस में जरूर जाना चाहिए क्योंकि यहाँ से बहुत ही शानदार पिक्चर कैप्चर होती है।
मालदेवता वॉटरफॉल
मालदेवता इन दिनों देहरादून का फेवरेट डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। अगर आप दिल्ली से हैं तो ये जगह आपको बहुत पसंद आएगी क्योंकि यहां की खूबसूरत वादियां और कल-कल बहती नदी भागदौड़ भरी जिंदगी में सुकून का पल ले आती है। तो अगर आप देहरादून आ रहे हैं तो यहां का रुख जरूर कीजिए। चारों तरफ पहाड़ों से घिरा मालदेवता खासकर यंग जनरेशन की सबसे दिलचस्प जगह मानी जाती है। और इसी वजह से वीकेंड में यहां बहुत भीड़ रहती है। लोग यहां रेस्टोरेंट में जाने से ज्यादा खुद चूल्हा बनाकर खाना बनाना पसंद करते हैं। मालदेवता के सुन्दर नज़रों और नदी की आवाज आपको सुकून का अहसास करवा देगी।
क्लेमेंट टाऊन
क्लेमेंट टाउन एक जगह का नाम है जहाँ दुनिया का सबसे बड़ा और फेमस बुद्धा टेम्पल स्थित है। बुद्धा टेम्पल को देहरादून के सबसे फेमस टूरिस्ट स्पॉट में गिना जाता है। जो लगभग 2 एकड़ के ऐरिया में फैला हुआ है। यह स्तूप भारतीय कला सुंदरता को दिखता है। इस स्तूप को बनाने का मुख्य उद्देश्य विश्व शांति के लिए किया गया जो ऑक्टूबर 2002 में बन कर तैयार हुआ। ये सप्ताह के सभी दिन सुबह 9 बजे खोला जाता है।
इसके अलावा भी देहरादून में बहुत खूबसूरत जगहें हैं – फन वैली, ऍफ़.आर.आई , लच्छी बाला पिकनिक स्पॉट, टपकेस्वर टेम्पल, आदि।
फ़ूड और कल्चर अगर देहरादून कल्चर की बात करे तो यहाँ आपको सबसे ज्यादा आबादी कुमाऊ और गढ़वाल की देखने को मिलेगी। तो यहाँ के कल्चर में कुमाऊनी और गढ़वाली कल्चर कहना शायद गलत नहीं होगा। फ़ूड की बात करें तो यहाँ हर तरह के पकवान देखने को मिलते है पर फेमस फ़ूड कहें तो कंडली का साग, बाल मिठाई, कुलथ फानू, गुलगुला, अरसा, काफली, सिंगोदी, सनी हुई मुली शामिल हैं।
बेस्ट टाइम टू विजिट
देहरादून घूमने के लिए सबसे बेस्ट समय दिसंबर और जनवरी होता है क्योंकि इस समय इसके पास जैसे मसूरी के पहाड़ों में बर्फ़बारी होती है। इस समय देहरादून की हर जगह बहुत ही खूबसूरत दिखाई देती है।
देहरादून कैसे पहुंचे
दिल्ली से चलने की बात करें तो देहरादून की दूरी 248km है। आपको कश्मीरी गेट बस अड्डे से आसानी बस मिल जाएगी। या किसी भी शहर से आपको आसानी से बस सुविधा मिल जाएगी इसके आलावा आप अपनी पर्सनल गाड़ी से भी आसानी से आ सकते हैं।