Best Hindi Travel Blog -Five Colors of Travel

Categories
Category Destination Travel Uttarakhand

आईए जानते हैं देश के योग कैपिटल ऋषिकेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में

ऋषिकेश भारत का एक ऐसा शहर है जहां के कण-कण में अध्यात्म बसता है। ऋषिकेश की पावन धरती पर आते हीं आपको ऐसा एहसास होगा की इससे ज्यादा सुकून तो कहीं और हो ही नहीं सकता है। पहाड़ियों की गोद में बसा हुआ यह शहर, अपने शांत और खूबसूरत माहौल के लिए जाना जाता है। यहां आपको हर ओर सिर्फ पॉजिटिविटी हीं नजर आएगी और यहाँ आने के बाद आपका स्ट्रेस तुरंत छूमंतर हो जाएगा।
आज के इस ब्लॉग में हम आपको इसी शहर के बारे में बताने वाले हैं। तो आईए जानते हैं इस शहर के बारे में:-

भारत के योगा कैपिटल के नाम से मशहूर इस शहर में घूमने लायक बहुत सी ऐसी जगहें हैं जहां जाने के बाद आपको वापस लौटने का बिल्कुल मन भी नहीं होगा। ऐसे हीं कुछ दूर प्लेसेस के नाम नीचे दिए गए हैं।

1. शिव प्रतिमा (Statue of Shiva)
2. नीलकंठ महादेव मन्दिर (Neelkanth Mahadev temple)
3. नीलगढ़ वाटरफॉल्स (Neelgarh waterfalls)
4. बीटल्स आश्रम (Beatles Ashram)
5. त्रंबकेश्वर मंदिर (Triyambkeshwara temple)
6. भरत मंदिर (Bharat mandir)
7. त्रिवेणी घाट की आरती (Ganga aarti of Triveni ghaat)
8. ऋषिकुंड (Rishi kund)
9. लक्ष्मण झूला (laxman jhoola)

शिव प्रतिमा (Statue of Shiva)
ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में भगवान शिव की बहुत बड़ी प्रतिमा है। जहाँ भगवान शिव ध्यान की मुद्रा में बैठे हुए हैं और इस मूर्ति की खास बात यह है कि यह मूर्ति गंगा नदी में बनी हुई है। जिसके कारण यह और भी अनोखी प्रतीत होती है। बहती गंगा के धारा के बीच में स्थित विशालकाय शिव की प्रतिमा को देखकर आने वाले पर्यटकों का भी मन योगा की और आकर्षित हो जाता है। परमार्थ निकेतन आश्रम से जब आप इस मूर्ति को देखेंगे तो आपको बहुत हीं अलौकिक और अद्भुत एहसास होगा। परमार्थ निकेतन का यह भाग बहुत ही खूबसूरत और मनमोहक है। जब आप परमार्थ निकेतन में प्रवेश करेंगे तो आपका मन खुद-ब-खुद शांत हो जाएगा और आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। आश्रम जितना शान्त है उतना ही ज्यादा खूबसूरत भी है। इसीलिए दूर दूर से पर्यटक इस स्थान पर घूमने के लिए आते हैं।

नीलकंठ महादेव मन्दिर (Neelkanth Mahadev temple)
ऋषिकेश के नजदीक स्थित चित्रकूट पर्वत पर बना यह मंदिर हजारों साल पुराना है। पुरानी कथाओं के अनुसार ऋषिकेश के इसी स्थान पर महादेव ने समुंद्र मंथन से निकले हलाहल को पिया था और उनका शरीर नीला हो गया था। यही कारण है कि इस मंदिर को नीलकंठ महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर से जुड़ी सबसे खास बात यह है कि यह मन्दिर तीन पर्वतों से घिरा हुआ है। जिनका नाम है- मनिकुट, विष्णुकुट और ब्रह्मकुट। इस मंदिर का आर्किटेक्चर बहुत हीं कलरफुल है। जब आप इस मंदिर में एंटर करेंगे तो आपको सबसे पहले समुंद्र मंथन का दृश्य दिखेगा। जिसमें नागराज वासुकी को रस्सी बनाकर देवता और दानव समुंद्र का मंथन कर रहे होते हैं। ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर कि दूरी लगभग 32 किलोमीटर है। अगर आप नीलकंठ महादेव मंदिर जाना चाहते हैं तो कोशिश करें कि आप 6:00 बजे तक इस मंदिर में पहुंच जाएं। ताकि आप यहां सुबह की आरती में हिस्सा ले सके।

नीलगढ़ वाटरफॉल (Neelgarh waterfall)

तीन वॉटर फॉल्स को मिलाकर बना हुआ यह वाटरफॉल ऋषिकेश के सीक्रेट वाटरफॉल के नाम से भी जाना जाता है। यह वाटरफॉल इतना खूबसूरत है कि इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। जंगलों से घिरे हुए इस वाटरफॉल की खास बात यह है कि यहां का पानी इतना क्लीयर है कि आप वाटरफॉल के नीचे की जमीन को भी साफ साफ देख सकते हैं। अगर आप ऋषिकेश घूमने आ रहे हैं तो इस वाटरफॉल को विजिट करना बिल्कुल ना भूलें।
यहाँ पहुँचने के लिए 1-1.5 किलोमीटर की ट्रैकिंग भी करनी पड़ती है। लेकिन आपका यह सफर बहुत हीं खूबसूरत होने वाला है। साथ ही रास्ते में आपको दो ब्रिज क्रॉस करने होंगे। झांसी दिखने वाला नजारा इतना खूबसूरत होता है कि आप एक पल को सब कुछ भूल कर खुशी पल में हो जाएंगे। इस वॉटर फॉल तक पहुंचने के लिए आपको ऋषिकेश बस स्टैंड से 8.5 किलोमीटर का सफ़र करना पड़ेगा। आप इसके लिए कोई प्राइवेट टैक्सी में बुक कर सकते हैं। अगर आप यहाँ के वॉटर फॉल में जाना चाहते हैं तो यहां जाने का सबसे बेहतरीन समय मॉनसून की ठीक बाद सितंबर या अक्टूबर का होता है। क्योंकि इस समय वाटरफॉल में पानी ज्यादा होता है और आसपास का माहौल भी बहुत हीं खूबसूरत होता है। वहाँ जाने के लिए आप अपने साथ कुछ स्नैक्स, पानी की बॉटल और अपने साथ एक कपड़ा ले जा सकते हैं। ताकि आप इस विज़िट को बहुत अच्छे से एंजॉय कर सके।

बीटल्स आश्रम (Beatles Aashram)
बीटल्स आश्रम को चौरासी कुटिया के नाम से भी जाना जाता है। यह आश्रम महा ऋषि महेश योगी के विद्यार्थियों के लिए ट्रेनिंग सेंटर था। इस आश्रम को पहचान तब मिली जब रॉकबैंड द बीटल्स यहां पर मेडिटेशन करने के लिए आए थे। बैंड के लोगों का कहना था कि जो समय उन्होंने यहाँ बिताया वह उनकी लाइफ का सबसे बेस्ट टाइम था और यही पर उन्होंने अपने बहुत से फेमस गाने लिखे। बीटल्स आश्रम 1990 में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के हवाले कर दिया गया था। 2015 में इस आश्रम को पर्यटकों के लिए खोला गया। बिट्स आश्रम में जाने की टाइमिंग सुबह के 10:00 बजे से शाम के 4:00 बजे तक की है। यहां जाने के लिए पर्यटकों को किसी भी प्रकार का टिकट नहीं लेना पड़ता है। यह बिल्कुल फ्री ऑफ कॉस्ट है।

त्रंबकेश्वर मंदिर ऋषिकेश (Triyambkeshwara Temple Rishikesh)
त्रंबकेश्वर मंदिर को तेरह मंजिला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के हर एक फ्लोर पर अलग-अलग देवी देवताओं की पूजा की जाती हैं। यह मंदिर लक्ष्मण झूला के बहुत नजदीक है। जहां से आप लक्ष्मण झूला का व्यू देख सकते हैं। साथ हीं इस मंदिर से दिखने वाला गंगा जी का दृश्य बहुत खूबसूरत होता है। यहाँ का वातावरण बहुत शांत है और दिल को सुकून देने वाला है। कुछ किंवदंतियों के अनुसार इस मंदिर को शंकराचार्य द्वारा 8 शताब्दी के आसपास बनवाया था। इस मंदिर के सबसे ऊपर के फ्लोर पर भगवान महादेव की शिवलिंग स्थापित है। इस मंदिर से दिखने वाले नजारे बहुत ही खूबसूरत होते हैं। अगर आप ऋषिकेश जा रहे हैं तो इस मंदिर को जरूर विजिट करें।

भरत मंदिर (Bharat temple)

यह मंदिर ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर और ऋषिकेश बस स्टैंड से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर में 250 साल पुराना एक बरगद, पीपल और बेलपत्र का पेड़ है जो कि हिंदू धर्म विष्णु और महादेव के होने का प्रमाण है। इसी वजह से यह मंदिर ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। इस मंदिर में एक म्यूज़ियम भी है। इस मंदिर के खुलने की टाइमिंग 5:00 बजे से दोपहर के 12:00 बजे तक और शाम के 4:00 बजे से रात के 9:00 बजे तक की है।

इस मंदिर में जाने के लिए आपको किसी भी प्रकार का फीस नहीं देना होगा। वसंत पंचमी महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर में आना शुभ माना जाता है। इसलिए वसंत पंचमी और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां दूसरा लो भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं।

त्रिवेणी घाट की आरती (Ganga Aarti Triveni Ghaat)

गंगा के किनारे बसे किसी भी शहर को पूरी तरह से तब तक नहीं घुमा जा सकता है, जब तक कि आप उस शहर में होने वाली गंगा आरती का हिस्सा ना बन जाएं। ऋषिकेश जैसे शहरो में आकर अगर आपने गंगा आरती नहीं देखा तो आपने क्या ही ऋषिकेश देखा। गंगा आरती की यह परंपरा सदियों से चली आ रही तथा है। गंगा के घाट पर प्रत्येक दिन गंगा आरती की जाती है। चुकि त्रिवेणी घाट बहुत प्रसिद्ध घाट है इसलिए आपको यहां हर दिन भीड़ देखने को मिल जाएगा। अगर आप त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती देखना चाहते हैं तो आपको एक डेढ़ घंटा पहले आकर गंगा आरती का इंतजार करना होगा। क्योंकि यहां होने वाले गंगा आरती को देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। जब गंगा आरती होती है तो यहां का माहौल इतना पॉजिटिव हो जाता है कि आपके मन से हर तरह के निगेटिव थॉट्स खत्म हो जाएंगे। मंत्रोच्चारण की ध्वनि, शंखनाद और घंटी की आवाज आपके कानों में इस तरह घुलने लगेंगी कि आप कुछ देर के लिए अपने सारे प्रॉब्लम्स को भूलकर गंगा मां की आस्था में समर्पित हो जाएंगे।

ऋषि कुंड (Rishi kunda)

ऋषि कुंड त्रिवेणी घाट के नजदीक स्थित रघुनाथ मंदिर का कुंड है, जो पहले हवन कुंड था। माना जाता है कि यहां कुब्ज ऋषि ने तपस्या किया था और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर यमुना जी इस कुंड में आई थी। बताया जाता है कि यह वहीं स्थान है जहां रावण के बद्ध के बाद श्री राम जी ने ब्रम्ह हत्या के पाप को मिटाने के लिए तपस्या किया था।
ऋषि कुंड में जाने की कोई फीस नहीं है। यहां चौबीसों घंटे जा सकते हैं। लेकिन हमारी ओर से सुझाव रहेगा कि आप यहां सुबह के समय में विजिट करने के लिए जाएं।

लक्ष्मण झूला (Laxman jhoola)
लक्ष्मण झूला ऋषिकेश का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है और इसे अंग्रेजों द्वारा अपने सुविधा के लिए बनवाया गया था। लेकिन आज के समय में यह एक पर्यटन स्थल की तरह है। लक्ष्मण झूला ब्रिज लगभग 90 साल पुराना है और लगभग 450 मीटर लंबा है। आप ऋषिकेश बस स्टॉप से लक्ष्मण झूला बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं। इसके लिए आपको बस, टैक्सी और ईरिक्शा जैसी हर तरह की सुविधा मिल जाएगी।
लक्ष्मण झूला घूमने के लिए किसी तरह की फीस नहीं ली जाती है। अगर आप लक्ष्मण झूला घूमना चाहते हैं तो यहां आने की सबसे बेस्ट टाइमिंग सुबह की 5:00 बजे की है या फिर रात के 10:00 बजे की है।

आईआरसीटीसी के इस टूर पैकेज से अब एक ही बार में करें चारो धामों की यात्रा

अगर आपकी भी इच्छा चार धाम के यात्रा की हो और आप भी भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों के दर्शन करना चाहते हो तो आईआरसीटीसी के द्वारा लाया गया यह टूर पैकेज आपके लिए ही है। आईआरसीटीसी ने चार धामों के यात्रा के लिए एक टूर पैकेज का प्लान किया है। जिसका नाम है चार धाम यात्रा! आइये जानते हैं आईआरसीटीसी के इस पैकेज के बारे में :-

  • आईआरसीटीसी का ये पैकेज 17 दिन और 16 रातों का है।
  • इस पैकेज के जरीए आप बद्रीनाथ, द्वारिका, हम्पी, जोशीमठ, मदुरै, नासिक, पुरी, ऋषिकेश, रामेश्वरम और वाराणसी की यात्रा कर पाएंगे।
  • आईआरसीटीसी के इस पैकेज का नाम है – चार धाम यात्रा।
  • इस पैकेज के तहत आप रेल मार्ग का उपयोग करेंगे।
  • इस टूर की शुरूआती तारीख 14 सितंबर 2023 है।
  • 14 सितंबर को आप निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रात 7:00 बजे ऋषिकेश के लिए निकलेंगे। अगले दिन 2:00 बजे आप ऋषिकेश पहुँचेंगे।
  • वहीं वापसी के समय 27 सितंबर को आपको द्वारिका से दिल्ली ले जाया जाएगा। जहां आपकी यात्रा समाप्त हो जाएगी।

कुछ ऐसा होगा आपका टूर प्लानर :

दिन 1

पहले दिन आप निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश के लिए निकलेंगे। आपको रात्रि भोजन और विश्राम ट्रेन में हीं करना होगा।

दिन 2

अगले दिन सुबह ट्रेन में हीं नाश्ता करके आप जोशीमठ के लिए बढ़ जाएंगे। जोशीमठ के लिए आगे बढ़ते समय उचित स्थान ढूंढ कर दिन का भोजन कर ले। जोशीमठ पहुंचने के बाद होटल में चेक इन करें और रात्रि भोजन और विश्राम करें।

दिन 3

अगले दिन सुबह नाश्ते के बाद बद्रीनाथ के लिए निकले और बद्रीनाथ मंदिर का दर्शन करें और दोपहर का भोजन करें। मंदिर में दर्शन के बाद बड़े गांव का दौरा करेंगें और उसके जोशीमठ वापस आ जाएंगे। होटल में चेक इन कर ले। इसी होटल में भोजन तथा रात्रि विश्राम करें।

दिन 4
अगले दिन आप होटल चेक आउट करेंगे और नरसिंह देवी मंदिर के लिए निकल जाएंगे। नरसिंह देवी मंदिर में भ्रमण करने के बाद, ऋषिकेश की तरफ आगे बढ़ेंगे। ऋषिकेश जाने के मार्ग में हीं दिन का भोजन कर ले। ऋषिकेश पहुँच के होटल में चेक इन करें और खाना खाकर रात्रि विश्राम करें।

दिन 5

अगले दिन होटल से चेक आउट करने के बाद ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला और त्रिवेणी घाट का भ्रमण करेंगे और उसके बाद ऋषिकेश के रेलवे स्टेशन से वाराणसी जाने के लिए ट्रेन में चढ़ जाएंगे। दिन का भोजन तथा रात का खाना आपको ट्रेन में ही करना होगा।

दिन 6

छठे दिन ट्रेन में ही नाश्ता करने के बाद आप वाराणसी रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे और काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन को निकल जाएंगे। सामने गंगा घाट की आरती का अनुभव लेते हुए आप दोबारा ट्रेन में चढ़ जाएंगे और पुरी के लिए प्रस्थान करेंगे। रात का खाना और विश्राम आपको ट्रेन में हीं करना होगा।

दिन 7

आपको सुबह का नाश्ता और दिन का भोजन ट्रेन में हीं करना होगा। पुरी पहुँच कर होटल में चेक इन करें और शाम में जगन्नाथ मंदिर के दर्शन करें। होटल वापस लौटे और पुरी के समुद्र तट का आनंद उठाएं। आपको पुरी में ही रात में रहना होगा।

दिन 8
होटल में नाश्ता करें और फिर होटल से चेक आउट कर कोणार्क सूर्य मंदिर और चंद्रभागा समुद्र तट के लिए बढ़ जाएं। रास्ते में किसी सही जगह पर ठहरकर दोपहर का खाना खा ले और पूरी रेलवे स्टेशन पहुंच जाएं। रात का खाना ट्रेन में ही खाएं और आराम करें।

दिन 9

नौवें दिन आपको पूरा दिन ट्रेन में हीं बिताना होगा। सुबह की शुरुआत चाय के साथ होगी और ट्रेन में ही नाश्ता करके आपको स्नान भी करना होगा। दोपहर और रात का भोजन भी आपको ट्रेन में हीं मिल जाएगा।

दिन 10

अगले दिन ट्रेन मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंचेगी जहां से आप रामेश्वरम के होटल के लिए प्रस्थान करेंगे। होटल में चेकिंग के बाद आप दोपहर का खाना खाएं और फिर शाम को धनुष्कोटी को एक्सप्लोर करने के लिए बढ़ जाएं। धनुष्कोटी घूम लेने के बाद वापस उसी होटल में आकर रात का खाना खाएं और वही आराम करें।

दिन 11

अगले दिन सुबह-सुबह रामनाथ स्वामी के मंदिर के लिए प्रस्थान करें। मंदिर से लौटने के बाद नाश्ता करके मीनाक्षी मंदिर के विजिट लिए निकल जाएं। मीनाक्षी मंदिर घूम लेने के बाद वापस मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंचें और हासपेट जंक्शन रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन में बैठ जाएं। शाम को ट्रेन में चाय का लुफ़्त उठाएं और ट्रेन में हीं रात का खाना खाकर आराम करें।

दिन 12

सुबह उठकर ट्रेन में ही फ्रेश हो जाएं। सुबह के 11:00 आप होसपेट जंक्शन पर पहुंच जाएंगे। इसके बाद आप बस के जरिए हम्पी के होटल तक पहुंचे। होटल में चेकिंग करके दोपहर का खाना खाएं और अंजानाद्री पहाड़ी और विरुपाक्ष मंदिर के दर्शनीय स्थलों के यात्रा के लिए बढ़ जाएं।
इन सभी जगह को एक्सप्लोर करने के बाद वापस होटल में आकर रात्रि भोजन करें और वहीं अपनी नींद पूरी करें।

दिन 13

होटल में नाश्ता करने के बाद विट्ठल मंदिर घूमने के लिए निकल जाएं। 12:00 बजे तक वापस हासपेट जंक्शन के लिए प्रस्थान करें। हासपेट जंक्शन पहुंचकर 2:00 बजे नासिक रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन में बैठ जाएं।

दिन 14

सुबह-सुबह 8:00 बजे आप नासिक पहुंच जाएंगे। नासिक पहुंचकर होटल में चेकिंग करके फ्रेश हो जाएं और नाश्ता करने के बाद त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन के लिए बढ़ जाएं। दोपहर में उचित जगह पर भोजन करें और वापस नासिक रेलवे स्टेशन पहुंच जाएं। जहां से 7:00 बजे द्वारका रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन खुलती है। ट्रेन में बैठकर रात का खाना खाएं और ट्रेन में हीं आराम करें।

दिन 15

अगले दिन ट्रेन द्वारका पहुंचेगी। द्वारका पहुंचकर होटल में चेक इन करें और फुर्सत से शाम में द्वारका को एक्सप्लोर करें। होटल में रात का खाना खाएं और वहीं आराम करें।

दिन 16

सुबह-सुबह द्वारकाधीश मंदिर के दर्शन के लिए निकल जाएं। दर्शन के बाद नाश्ता के लिए वापस होटल लौटे आए और दोपहर का खाना खाकर होटल से चेक आउट करें। होटल से चेक आउट करने के बाद नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और बेट द्वारका के दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए आगे बढ़ जाएं। इन सभी जगहों को एक्सप्लोर करने के बाद द्वारका रेलवे स्टेशन वापस लौटे और ट्रेन में बैठकर वापसी की यात्रा के लिए प्रस्थान करें। ट्रेन में ही रात का खाना खाएं और आराम करें।

दिन 17

अगले दिन ट्रेन आपको निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पहुंचा देगी। इसके बाद आपकी यह यात्रा समाप्त हो जाएगी।

इस टूर पैकेज में क्या-क्या शामिल होगा (What will be included in this tour package)

  • पूरे सफर के दौरान आपको स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन में 1 (AC), 2 (AC) और 3 (AC) क्लास के कोच में यात्रा करने को मिलेगा।
  • इस यात्रा के दौरान 7 दिन एक अच्छे होटल में आपके ठहरने की व्यवस्था की जाएगी।
  • डीलक्स कैटेगरी के एक होटल में और फर्स्ट एसी क्लास में आपको ठहराया जाएगा।
  • सुबह की चाय ब्रेकफास्ट लंच और डिनर सारे खाने आपको इस पैकेज के जरिए फ्री मिलेंगे।
  • सेकंड एसी एंड फर्स्ट एसी क्लास के लिए ट्रेन रेस्टोरेंट में आपको पैकेज की ओर से खाना दिया जाएगा। वहीं 3 एसी क्लास के यात्रियों के बर्थ पर खाना पहुंचा दिया जाएगा।
  • इस पूरी यात्रा के दौरान ट्रेन में 9 दिनों का नाइट स्टे इस पैकेज में शामिल होगा।
  • सभी तरह के यातायात और दर्शनीय स्थलों की यात्रा ऐसी गाड़ी में करवाई जाएगी।
    आपको इस यात्रा के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस मिलेगा।
  • आईआरसीटीसी के टूर मैनेजर आपके साथ पूरी यात्रा के दौरान ट्रैवल करेंगे और जरूरत पड़ने पर आपका मार्गदर्शन करेंगे।
  • ट्रेन में आपकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।
  • यात्रा के दौरान लगने वाले सभी प्रकार के कर इस पैकेज में इंक्लूडेड है।

क्या नहीं होगा शामिल (What will not be included)

  • यात्रा के दौरान बोटिंग और एडवेंचरस स्पोर्ट्स के लिए आपको टिकट खुद हीं खरीदनी होगी।
  • मेन्यू के अलावा अलग से किसी भी प्रकार के खाने का खर्च आपको खुद ही उठाना होगा।
  • इस पैकेज में रूम सर्विस शामिल नहीं है।
  • अगर आप लोकल गाइड करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको खुद ही पे करना होगा।
  • किसी भी तरह के टिप के लिए आपको अपने ही जेब पर निर्भर रहना पड़ेगा।
  • पहाड़ियों पर एसी ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं होगी।
  • जो भी इस ट्रैवल पैकेज के इंक्लूडिंग्स में शामिल नहीं है वह सुविधा आपको नहीं दी जाएगी।`

बजट (Budget)

अगर बात करें इस टूर पैकेज के बजट की तो यह पैकेज महंगा दिखता है, लेकिन जब एक हीं बार में चारों धामों की यात्रा और इतने अलग-अलग जगहों पर घूमने का अवसर मिल रहा हो तो इस टूर पैकेज को हम बजट में मान सकते हैं। क्योंकि ₹60,000 से ₹1,00,000 तक में चारों धामों की यात्रा और इतने सारे विजिटिंग प्लेसेस को कवर करना आपके लिए किफायती साबित होगा। अगर इन सभी विजिटिंग प्लेस के इंडिविजुअल विजिट के खर्च को देखा जाए तो इस टूर पैकेज का बजट उसके सामने कुछ भी नहीं होगा।

इस पैकेज के बारे में अधिक से अधिक जानकारी के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाएं। तो फिर देर किस बात की? अगर आप भी इंटरेस्टेड हैं तो अभी बुक कीजिए अपना और अपने फैमिली का टिकट।

Categories
Delhi Destination Food Travel

Top 5 Camping Places Near Delhi You Must Visit in Summer

हम सभी को गर्मियों की छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन हम अक्सर गर्मियों में घूमने के प्लान बनाने में काफी ट्रबल फेस करते हैं। हम अक्सर ऐसी जगह की तलाश करते हैं जहां हमें थोड़ी ठंडक मिली और जो एडवेंचर के लिए परफेक्ट हो। ऐसे में आप कैंपिंग प्लान कर सकते हैं जहां आप अपने बच्चों दोस्तों या फैमिली के साथ अपना बर्थडे इंजॉय कर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि गर्मियों में दिल्ली के पास कौन सी बेस्ट जगह है जो कैंपिंग के लिए एकदम परफेक्ट है।

1. दमदमा लेक कैंप (Damdama Lake Camp): यह जगह गर्मी से बचने और तनाव मुक्त रहने के लिए एकदम सही है आप यहां कि ग्रामीण जीवन का अनुभव करने के साथ, अरावली घाटी की सुंदरता का भी लुत्फ उठा सकते हैं‌। यहां आप रॉक क्लाइंबिंग (Rock climbing) ,रैटलिंग (Rattling), बोटिंग (Boating), कमांडो नेट (Commando net), बैलेंस वॉक (Balance walk) और स्पाइडर नेट (Spider net) के साथ ही पैदल यात्रा जैसी चिली एक्टिविटी (chili activity) का मजा ले सकते हैं इसके अलावा और भी कई एक्साइटिंग एक्टिविटी है जैसे कि फ्लाइंग फॉक्स (Flying fox) ,जोर विंग पेंटबॉल इन (Jor Wing Paintball Inn) और ईटीवी सवारी (ETV ride) शामिल है जो कि काफी इंटरेस्टिंग (Interesting) है।

2. मसूरी की माउंटेन कैंपिंग (Mussoorie’s Mountain Camping):
वीकली होलीडेज (weekly holidays) के लिए दिल्ली के करीब नियर फेमस जगह काफी बढ़िया है, जिसे क्विन ऑफ हिल्स (Queen of hills) के नाम से जाना जाता है। दे दारू के घने जंगलों के बीच बस यह जगह बेहद सुंदर है। यहां मौसम भी काफी ठंडा और सुहावना रहता है। यहां आप ट्रैकिंग वैली क्रॉसिंग और राफ्टिंग भी कर सकते हैं। यहां टिहरी बांध को एक्सप्लोर (Explore )सकते हैं साथ ही सुरकंडा देवी मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं। यहां की ठंडी हवा और अद्भुत नजारे आंखों को बांध लेंगे। यकीनन आपको यहां से वापस लौटने का ही मन नहीं करेगा।

3. ऋषिकेश (Rishikesh):
पवित्रता का अलौकिक स्वरूप ऋषिकेश गंगा घाटी के तट पर स्थित है, और कैंपिंग के लिहाज से काफी एक्साइटेड प्लेस (Excited place) है। यहां के रेतीले तट को कवर करते हुए जंगल के बीच संसद काफी सुंदर दिखता है। यहां आप गंगा की तेज लहरों का आनंद लेते हुए राफ्टिंग (Rafting) और कयाकिंग कर सकते हैं। साथ ही आप चाहिए तो अपने दोस्तों के साथ रात में तारों की भी चांदनी रात को निहार सकते हैं। जो कि सालों बाद भी आपको याद आएंगी।

4. कैंप ट्विंकलिंग (Camp Twinkling):
दिल्ली से कुछ ही घंटे की दूरी पर, गुड़गांव के इस कैंप में जरूर आइए। जहां आप रॉक क्लाइंबिंग (Rock climbing), ट्रेकिंग (Tracking) भी कर सकते हैं। कैंपिंग करने के लिए यह बेस्ट प्लेस है। यहां सभी उम्र के लोगों को ध्यान में रखकर कई एक्टिविटी (Activity) बनाई गई है। यानी आप यहां अपने घर के छोटे से लेकर बड़े सभी लोगों को ले आ सकते हैं। यह जगह फैमिली टाइम के लिए बिल्कुल सही है और दिल्ली से मात्र 60 किमी की दूरी पर है।

5. कैंप मशीन (सोहना रोड) (Camp Machine Sohna road):
दिल्ली की जगह नेचर शिकर के लिए एकदम परफेक्ट है। अगर आपको शांति पसंद है और आप नेचर के क्लोज (Close) जाना चाहते हैं। अरावली पहाड़ियों और खेतों से घिरी यह जगह आपके लिए है। यहां आप गेट टुगेदर (Get Together), फैमिली टाइम (Family Time)और दोस्तों के साथ टाइम स्पेंड (Time Spend) करने के लिए आ सकते हैं। यहां आप रॉक क्लाइंबिंग (Rock Climbing), साइकलींग (Cycling)और टेंट लगाकर अपने दोस्तों के साथ आउटडोर गेम (Out Door) भी खेल सकते हैं।

error: Content is protected !!