किसका मन नहीं होता किसी ऐसी जगह को एक्सप्लोर करने का जहाँ के नजारे जिंदगी भर के लिए आँखों में समा जाए? खास कर के ट्रैवल लवर्स तो हमेशा हीं ऐसी जगहों की तलाश में रहते हैं जहाँ की यादें वो हमेशा के लिए संजोकर रख पाए। ऐसे में आप भी अगर ट्रैवलिंग के शौकीन है और किसी ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं तो आपकी इस तलाश को हम आसान करने जा रहे हैं। आज के फाइव कलर्स ऑफ ट्रैवल (Five colors of travel) के इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे हिमालयन रेंज (Trecking Destinations of Himalayas) के कुछ ऐसे ट्रैवलिंग डेस्टिनेशंस और ट्रैकिंग पॉइंट्स के बारे में जहां जाकर आप बहुत हीं खूबसूरत यादें इकट्ठा कर सकते हैं। कुदरत की असीम कृपा के कारण इन हसीन वादियों की यादें लोगों के जहन में सालों तक जिंदा रहतीं हैं।
यह ऐसे ट्रैकिंग डेस्टिनेशन हैं जिन्हें आपको भी एक बार जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए, ताकि दिल में यह कसक ना रह जाए कि अरे यार,,, यहां तो घूमे हीं नहीं!
एवरेस्ट बेस कैम्प (EBC) :
यह ट्रेक नेपाल का सबसे प्रसिद्ध और खूबसूरत ट्रेक है, जो दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़, माउंट एवरेस्ट के नजदीक स्थित है। यह ट्रेक एडवेंचरर्स और पहाड़ प्रेमियों के लिए एक सपनों का सफर है, जिसमें उन्हें हिमालयन रेंज की अद्भुद प्राकृतिक माहौल को एक्सपीरियंस करने का अवसर मिलता है। इस ट्रेक की शुरुआत काठमांडू (नेपाल की राजधानी), से होती है। यहाँ से, ट्रेकिंग ग्रुप्स लुकला या फापलू हवाई अड्डे तक उड़ान भर कर जाते हैं, जो ट्रेक का प्रारंभिक बिंदु होता है।
इस खूबसूरत से सफर के दौरान, यात्री लुकला या फापलू से नाम्चे बाजार, खुमजुंग, तेंगबोचे, डिंगबोचे, लोबुचे, गोरक शेप तक पहुंचते हैं, और अंत में एवरेस्ट बेस कैम्प तक जाते हैं। यह ट्रेक लगभग 12-14 दिनों तक का होता है, जिसमें दुर्लभ दृश्यों को देखने का अवसर होता है। आप इस ट्रेक में ढेर सारे अनएक्सपेक्टेड व्यूज को एक्सपीरियंस करने वाले हैं। जैसे कि नाम्चे बाजार का विशेष सौंदर्य, तेंगबोचे मोनास्ट्री का शांत वातावरण, एवरेस्ट, ल्होत्से, नुप्से, अमा डब्लम, र अन्नपूर्ण हिमालय पर्वत श्रेणियों का दर्शन। यह ट्रेक देखने में जितना खूबसूरत है उतना ही मुश्किल भी है। EBC ट्रेक की एक प्रमुख चुनौती है उसकी ऊँचाई। इस ट्रेक पर आप नेपाली शेर्पा समुदाय की संस्कृति और परंपराओं को अच्छे से एक्स्प्लोर है। यात्री नाम्चे बाजार और अन्य गांवों में स्थित गोम्पास और ध्यान केंद्रों को भी देखते हैं। एवरेस्ट बेस कैम्प पहुंचने पर यात्रियों को जो एक्सपीरियंस होता है उसको जो शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह एक ऊँचा पहाड़ों का मैदान है, जहाँ से एवरेस्ट की शिखर दर्शन करने का अवसर मिलता है और माउंट एवरेस्ट के समीप जाकर उसकी प्रतिष्ठा को महसूस किया जा सकता है। एवरेस्ट बेस कैम्प ट्रेक, अनुभवों का खजाना है, अगर आपने इसे एक्सपीरियंस कर लिया तो यह आपको को जिंदगी भर याद रहेगा।
अन्नपूर्णा सर्किट ट्रेक :
यह नेपाल का एक लोकप्रिय और रोमांचक ट्रेक है, जो अन्नपूर्णा हिमालय की प्राचीन श्रृंगारी और उसके चारों ओर घूमता है। यह ट्रेक एडवेंचरर्स के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है, जिसमें प्राकृतिक सौंदर्य, स्थलीय संस्कृति, और चुनौतियों से भरी यात्रा होती है। यह ट्रेक आमतौर पर लगभग 15-20 दिनों का होता है और यह ट्रेक जगह-जगह से शुरू हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर बेसिस भुलभुलैया या जगताप गाँव से शुरू होता है और फिर अन्नपूर्णा रेंज के चारों ओर घूमता है, जिसमें मुख्य गाँवों में मुक्तिनाथ, मानांग, तिलिचो, चम्जोंग, और पोखरा शामिल हैं। यह ट्रेक नेपाल की सबसे बड़ी हिमालयी श्रृंखलाओं के चारों ओर से गुजरता है और यात्रियों को अनेक प्राकृतिक दृश्यों का अनुभव कराता है, जैसे कि हिमनद झरने, श्वेता नदी के तट, उच्च पर्वतीय झीलें, और खेत। यह ट्रेक स्थानीय गाँवों में रहने और उनकी संस्कृति को जानने का अवसर प्रदान करता है। यात्री यहाँ पर नेपाली शेर्पा, मागर, रा लिम्बू समुदायों के साथ अन्य स्थानीय लोगों से मिल सकते हैं। यह ट्रेक ऊँचाइयों, पर्वतीय मौसम की अनियमितता, और दूसरी परिस्थितियों की चुनौतियों से भरा होता है, जिसमें विशेषकर ठंड, ऊँचे धारों के पार जाना, और खासकर अन्नपूर्णा पास से गुजरना शामिल है। अन्नपूर्णा सर्किट ट्रेक एक अनुभवों भरा सफर है जो यात्रियों को नेपाल के हिमालय का सच्चा अनुभव करने का अवसर देता है।
लांगतांग घाटी ट्रेक :
लांगतांग घाटी ट्रेक नेपाल का एक प्रमुख और प्रिय ट्रेक है जो हिमालय के दर्शनीय सुंदर पर्वत श्रेणी में स्थित है। यह ट्रेक हिमालय के समीप स्थित लांगतांग घाटी के मध्य से गुजरता है और यात्रियों को प्राकृतिक सौंदर्य, स्थानीय संस्कृति और एक शांतिपूर्ण वातावरण का अनुभव कराता है। लांगतांग घाटी ट्रेक नेपाल के लांगतांग राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। ट्रेक की शुरुआत सिरोंग, धुनचे, और श्याब्रु बाजार से होती है और फिर यात्रा लांगतांग घाटी के माध्यम से गुजरती है, जिसमें बीउ, लांगटांग, और क्यांजीनजुंगा घाटी शामिल हैं। यह ट्रेक यात्रियों को हिमालय के अद्भुत पहाड़ियों के बीच से गुजरता है, जिनमें सफेद गंधर्व, श्रीकन्थ, गंधर्वधर, और लांगटांग हिमश्रृंग देखने को हैं। इसके अलावा, यहाँ स्थानीय वन्य जीवन का भी अनुभव किया जा सकता है। यहाँ यात्री स्थानीय गांवों में रुक सकते हैं और उनके साथ रहकर उनके दिनचर्या में शामिल हो सकते हैं। ट्रेक के दौरान यात्री स्थाई ऊँचाई, ठंड, और अनुयायियों के साथ मिलजुलकर चुनौतियों का सामना करते हैं। स्थानीय मौसम के अनियमित परिवर्तन भी यात्रियों के लिए एक परिचित चुनौती हो सकते हैं। लांगतांग घाटी ट्रेक एक शांतिपूर्ण और रोमांचक यात्रा है जो हिमालय के असीमित सौंदर्य और स्थानीय संस्कृति को एक्सप्लोर करने का अवसर देती है।
रूपकुंड ट्रेक उत्तराखंड :
रूपकुंड ट्रेक उत्तराखंड, भारत में स्थित है और यह एक प्रसिद्ध और आकर्षक पर्वतीय ट्रेक है जो यात्रियों को रूपकुंड झील तक ले जाता है। यह ट्रेक रोमांचक और मनोरम दृश्यों के साथ पूरी तरह से भरा हुआ है। रूपकुंड ट्रेक उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। ट्रेक की शुरुआत मुंडली गाँव से होती है और फिर यात्रा रूपकुंड झील तक जाती है, जो एक प्राकृतिक झील है जिसका पानी शानदार नीला होता है। ये जगह आपको बिलकुल किसी जन्नत जैसी लगेगी। यह ट्रेक यात्रियों को हिमालय के सुंदर दृश्यों का अनुभव कराता है, जिनमें सुन्दर प्राकृतिक प्रदर्शनी, वन्य जीवन, और उच्च पर्वतीय गाँवों का आनंद लेना शामिल है।
ट्रेक के दौरान यात्री स्थानीय गाँवों के अत्यधिक आकर्षक स्थलों को देख सकते हैं और स्थानीय लोगों की संस्कृति को समझ सकते हैं। ट्रेक के दौरान, यात्री ऊँचाइयों, ठंड, और खुद की जरूरतों के लिए सामग्री के साथ मुसीबतों का सामना करते हैं। स्थानीय मौसम के अनियमित परिवर्तन भी यात्रियों के लिए एक चुनौती हो सकते हैं। रूपकुंड ट्रेक एक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक ट्रेक है जो यात्रियों को खुद को डिस्कवर करने का देता है।
कंचनजंघा बेस कैम्प ट्रेक :
कंचनजंघा बेस कैम्प ट्रेक एक प्रसिद्ध और उत्कृष्ट पर्वतीय ट्रेक है जो सिक्किम, भारत में स्थित है। यह ट्रेक पूरे विश्व में पर्वतारोहण के लिए लोकप्रिय है, जिसमें यात्री कंगचेंजंगा पर्वत के नजदीक बेस कैम्प तक पहुंचते हैं। कंचनजंघा बेस कैम्प ट्रेक की शुरुआत युक्सोम गाँव से होती है, जो सिक्किम के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। ट्रेक के दौरान, यात्री भगिन्तग रेंज के पार कंगचेंजंगा बेस कैम्प तक पहुंचते हैं। यह ट्रेक यात्रियों को स्थानीय प्राकृतिक सौंदर्य, वन्य जीवन, और पर्वतीय दृश्यों का अनुभव कराता है। यात्री कंचनजंघा पर्वत के मनोरम दृश्य का आनंद लेते हैं। कंचनजंघा ट्रेक के दौरान, यात्री स्थानीय सिक्किमी और भूटिया संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं। वे स्थानीय गांवों में रुक सकते हैं और स्थानीय लोगों के साथ संवाद कर सकते हैं। यह ट्रेक उच्चतम ऊँचाई में चलता है, और अक्सर मौसम की अनियमितता का सामना करना पड़ता है। यात्री को ऊँचाइयों के अनुकूल तैयार होना चाहिए। कंचनजंघा बेस कैम्प ट्रेक एक रोमांचक और अनुभव समृद्ध यात्रा है जो यात्रियों को प्राकृतिक सौंदर्य और पर्वतीय अनुभव का आनंद देता है।(Trecking Destinations of Himalayas)